साहित्य समाज को दिशा देने का कार्य करता है, इसलिए उसके कार्य को महत्वपूर्ण माना जाता है। लेकिन बाल साहित्यकार समाज की भावी पीढ़ी यानी ब...
साहित्य समाज को दिशा देने का कार्य करता है, इसलिए उसके कार्य को महत्वपूर्ण माना जाता है। लेकिन बाल साहित्यकार समाज की भावी पीढ़ी यानी बच्चों को बनाने का कार्य करता है, इसलिए उसका कार्य और महत्वपूर्ण हो जाता है। और यह प्रसन्नता का विषय है कि उत्तर प्रदेश, जोकि देश का सबसे बड़ा प्रदेश है, बाल साहित्यकारों को सम्मानित करने का कार्य कर रहा है। इसके लिए संस्थान और सरकार की जितनी सराहना की जाए कम है।
सोहन लाल द्विवेदी बाल कविता सम्मान - डॉ0 अजय ‘जनमेजय‘ (बिजनौर) |
उक्त बातें उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा बाल दिवस, 14 नवम्बर, 2016 के अवसर पर यशपाल सभागार, हिन्दी संस्थान में आयोजित बाल साहित्यकारों के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए सुप्रसिद्ध बालसाहित्यकार डॉ0 शेरजंग गर्ग ने कहीं।
अमृत लाल नागर बाल कथा सम्मान - अखिलेश श्रीवास्तव ‘चमन‘ (लखनऊ) |
आयोजन में मा0 अखिलेश यादव, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश एवं अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान ने बालसाहित्य की विभिन्न विधाओं के लिये बालयाहित्यकारों को सम्मानित किया।
जगपति चतुर्वेदी बाल विज्ञान लेखन सम्मान - डॉ0 अरविन्द मिश्र (झांसी) |
सुभद्रा कुमारी चौहान महिला बाल साहित्य सम्मान - डॉ0 शषि गोयल (आगरा),
सोहन लाल द्विवेदी बाल कविता सम्मान - डॉ0 अजय ‘जनमेजय‘ (बिजनौर),
अमृत लाल नागर बाल कथा सम्मान - अखिलेश श्रीवास्तव ‘चमन‘ (लखनऊ),
शिक्षार्थी बाल चित्रकला सम्मान - जावेद आलम शम्सी (कानपुर),
लल्ली प्रसाद पाण्डेय बालसाहित्य पत्रकारिता सम्मान - निश्चल (अलीगढ़),
डॉ0 रामकुमार वर्मा बाल नाटक सम्मान - लायकराम मानव (लखनऊ),
जगपति चतुर्वेदी बाल विज्ञान लेखन सम्मान - डॉ0 अरविन्द मिश्र (झांसी),
उमाकान्त मालवीय युवा बालसाहित्य सम्मान - शादाब आलम (नोएडा)
सुभद्रा कुमारी चौहान महिला बाल साहित्य सम्मान - डॉ0 शषि गोयल (आगरा) |
डॉ0 रामकुमार वर्मा बाल नाटक सम्मान - लायकराम मानव (लखनऊ) |
इससे पूर्व अभ्यागतों का स्वागत करते हुए संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष, उदय प्रताप सिंह ने कहा कि बच्चों को संस्कार देने का कार्य बाल साहित्यकार करता है। बाल साहित्यकार समाज को नई दिशा प्रदान करता है। बाल साहित्यकार अपना यह काम अधिक जिम्मेदारी और निष्ठा से करें, इसीलिए बाल दिवस के पावन पर्व के शुभ अवसर पर बाल साहित्यकारों को सम्मानित किया जा रहा है।
शिक्षार्थी बाल चित्रकला सम्मान - जावेद आलम शम्सी (कानपुर) |
सभा अध्यक्ष मा0 अखिलेश यादव, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश एवं अध्यक्ष उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान ने अभिनन्दित होने वाले बाल साहित्यकारों एवं दर्शकों को बाल दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यदि हमें खुश रहना है तो अपने भीतर के बचपन को बचा कर रखना होगा।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज बच्चों की भाषा बदलती जा रही है। बच्चे टीवी से प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में बाल साहित्य ही है, जो बच्चों जीने का सही सलीका सिखा सकता है। इसलिए साहित्यकारों को संस्कार देने वाले बाल साहित्य का सृजन करना चाहिए।
लल्ली प्रसाद पाण्डेय बालसाहित्य पत्रकारिता सम्मान - निश्चल (अलीगढ़) |
उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के निदेशक मनीष शुक्ल ने समारोह में मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त किया। समारोह का संचालन डॉ0 अमिता दुबे, सम्पादक, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा किया गया।
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आभार, सभी सम्मानित साहित्यकारों को बधाई।
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़िया article लिखा है आपने। ........Share करने के लिए धन्यवाद। :) :)
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