Popular Children's Play in Hindi
यदि आप ऐसे नाटकों की तलाश में हैं, जिन्हें पढ़कर बच्चों को मजा आए और जो मंचीय दृष्टिकोण से खरे उतरते हों, तो 'तीस बाल नाटक' आपके लिए एक उपयुक्त पुस्तक हो सकती है। इस पुस्तक में ऐसे बालोपयोगी 30 नाटकों को संकलित किया गया है, जिसका मंचन बच्चे आसानी से कर सकते हैं। इस पुस्तक का सम्पादन लोकप्रिय बाल साहित्य जाकिर अली 'रजनीश' ने किया है।
'तीस बाल नाटक' पुस्तक में संग्रहीत नाटकों का विवरण इस प्रकार से है:
1. पानी आ गया - विष्णु प्रभाकर
2. हिरण्यकश्यप मर्डर केस - श्रीकृष्ण
3. नन्हा सिपाही - मनोहर वर्मा
4. हम तो हुए टीचर - ज़ाकिर अली रजनीश
5. आदमी की खोज - भगवती प्रसाद द्विवेदी
6. अपने-अपने छक्के - के.पी. सक्सेना
7. परीक्षा - विनोद रस्तोगी
8. हंगते-गाते चेहरे - उषा सक्सेना
9. सच्चे का बोलबाला - डॉ. बानो सरताज
10. सजा पिताजी को - डॉ. राष्ट्रबंधु
11. कोट और मैडल - साबिर हुसैन
12. पहलवान की खाट - ऋषिमोहन श्रीवास्तव
13. परिवर्तन - डॉ. श्रीप्रसाद
14. तस्वीर के रंग - उषा यादव
15. धूर्ताचार्य का औषधालय - अखिलेश श्रीवास्तव चमन
16. बाल प्रतिज्ञा - रोहिताश्व अस्थाना
17. सोने का मकान - राधेलाल नवचक्र
18. चूहे के पेट में चूहे कूदे - नागेश पांडेय संजय
19. दवाखाना - श्याम कुमार दास
20. होली के अरसे - इन्दरमन साहू
21. कंचा जीत - प्रेमचंद गुप्त विशाल
22. सूजी का हलवा - डॉ. विद्या श्रीवास्तव
23. अपना हाथ जगन्नाथ - विष्णुकांत पाण्डेय
24. पुरस्कार - हरदर्शन सहगल
25. दांतो की चोरी - नारायण लाल परमार
26. मेरी भी सुनिए - मोहम्मद फहीम
27. हवाई महल - डॉ. परशुराम शुक्ल
28. अरे बाप रे - अंकुश्री
29. बूढ़े शेर का न्याय - रमाशंकर
30. जंगल में कवि सम्मेलन - सूर्य कुमार पाण्डेय
'तीस बाल नाटक' पुस्तक को अपनी महत्वपूर्ण आलोचनात्क भूमिका के लिए भी याद किया जाता है, जिसमें बाल नाटकों की दुर्दशा पर चिंता व्यक्त की गयी है। इसे 'नाटक से पहले' नाम दिया गया है। पुस्तक में प्रकाशित भूमिका इस प्रकार है:
नाटक से पहले (30 बाल नाटक संग्रह की भूमिका)
इसे विडम्बना ही कहेंगे कि जिस देश को दो हजार से भी ज्यादा पुरानी नाट्य परम्परा का गौरव प्राप्त हो, वहां पर अच्छे बाल नाटकों की तलाश आज भी बड़ी कष्टप्रद है। यदि आज हम पत्र-पत्रिकाओं में यदा-कदा प्रकाशित होने वाले बाल नाटकों को देखें, तो यह सोचने पर विवश होना पडता है कि कि क्या यह वही देश है, जहां दो हजार वर्ष पूर्व नाटकों का जन्म हुआ था?
ऐसी स्थिति आई क्यों, इसका जवाब काफी बड़ा होगा। लेकिन जो बात बहुत कम शब्दों में साफ ढंग से कही जा सकती है, वह यह कि नाटककारों ने बाल साहित्य की अन्य विधाओं की तरह नाटक को भी गम्भीरता से नहीं लिया। जो मन में आया, वह लिख दिया। फिर चाहे वह नाटक हो अथवा 'नौटंकी', इससे उन्हें कोई मतलब नहीं।
यदि हम तकनीकी दृष्टि से देखें, तो कविता या कहानी की अपेक्षा नाटक का लेखन दुष्कर है। क्योंकि नाटक की सफलता लिखने में नहीं, उसके सफल मंचन में है। और किसी नाटक का सफल मंचन उचित ढंग से तभी हो सकता है, जब उसके लेखन में रंगमंचीय मर्यादाओं और उसकी सीमाओं का समुचित ध्यान रखा गया हो। जाहिर सी बात है कि इसके लिए नाट्य शास्त्र की जानकारी चाहिए। और इस चीज की जरूरत अधिकांश बाल साहित्यकार समझते ही नहीं।
इसका अर्थ यह कदापि नहीं कि हिन्दी में अच्छे बाल नाटक लिखे ही नहीं गये। लिखे गये हैं और काफी मात्रा में लिखे गये हैं। लेकिन तुलनात्मक रूप में उनकी संख्या इतनी कम है कि वे अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाते।
अपनी सीमाओं और विवशताओं के बीच मैंने कुछ अच्छे बाल नाटकों को आपके लिए जुटाने का प्रयास किया है। इन नाटकों में अलग-अलग रंग और खुश्बू है। सहयोगी रचनाकारों को धन्यवाद देते हुए मैं यह आशा व्यक्त करता हूं कि ये नाटको आपको पसंद आएंगे।
कृपया अपनी राय से अवश्य अवगत कराएं। क्योंकि साहित्य के सर्वश्रेष्ठ समीक्षक उसके पाठक ही होते हैं।
'तीस बाल नाटक' पुस्तक का प्रकाशन यश पब्लिकेशंस, 413/414, श्रेयांश कालोनी, गोरेगांव ईस्ट, मुम्बई से हुआ है। इसे इस पते से भी प्राप्त किया जा सकता है: साहित्य भंडार, 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003, मोबाइल- 9415028044, 9415214878, 9335155792
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जाकिर अली 'रजनीश' द्वारा संपादित अन्य पुस्तकें
* इक्कीसवीं सदी की बाल कहानियां (2 खण्डों, 107 कहानियां, वर्ष-1998)
प्रकाशक-मदनलाल कानोडिया एंड कंपनी (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003)
* एक सौ इक्यावन बाल कविताएं (वर्ष-2003)
प्रकाशक-मदनलाल कानोडिया एंड कंपनी (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003
* प्रतिनिधि बाल विज्ञान कथाएं (वर्ष-2003)
प्रकाशक-विद्यार्थी प्रकाशन, मुरारीलाल ट्रस्ट पाठशाला बिल्डिंग, अमीनाबाद, लखनऊ-226018
* ग्यारह बाल उपन्यास (वर्ष-2006)
प्रकाशक-वर्षा प्रकाशन (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003
* अनन्त कुशवाहा की श्रेष्ठ बाल कथाएँ (वर्ष-2008)
प्रकाशक-लहर प्रकाशन (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003
* यादराम रसेन्द्र की श्रेष्ठ बाल कथाएँ (वर्ष-2008)
प्रकाशक-लहर प्रकाशन (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003
* उषा यादव की श्रेष्ठ बाल कथाएँ (वर्ष-2012)
प्रकाशक- लहर प्रकाशन (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003
* मो. अरशद खान की श्रेष्ठ बाल कथाएँ (वर्ष-2012)
प्रकाशक-लहर प्रकाशन (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003
प्रकाशक-मदनलाल कानोडिया एंड कंपनी (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003)
* एक सौ इक्यावन बाल कविताएं (वर्ष-2003)
प्रकाशक-मदनलाल कानोडिया एंड कंपनी (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003
* प्रतिनिधि बाल विज्ञान कथाएं (वर्ष-2003)
प्रकाशक-विद्यार्थी प्रकाशन, मुरारीलाल ट्रस्ट पाठशाला बिल्डिंग, अमीनाबाद, लखनऊ-226018
* ग्यारह बाल उपन्यास (वर्ष-2006)
प्रकाशक-वर्षा प्रकाशन (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003
* अनन्त कुशवाहा की श्रेष्ठ बाल कथाएँ (वर्ष-2008)
प्रकाशक-लहर प्रकाशन (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003
* यादराम रसेन्द्र की श्रेष्ठ बाल कथाएँ (वर्ष-2008)
प्रकाशक-लहर प्रकाशन (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003
* उषा यादव की श्रेष्ठ बाल कथाएँ (वर्ष-2012)
प्रकाशक- लहर प्रकाशन (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003
* मो. अरशद खान की श्रेष्ठ बाल कथाएँ (वर्ष-2012)
प्रकाशक-लहर प्रकाशन (साहित्य भंडार), 50, चाहचंद, जीरो रोड, इलाहाबाद-211003
. नाटक अब न के बराबर पढ़ने-लिखने को देखने को मिलते हैं. आपने बहुत ही बढ़िया सूचि दी है।...... बहुत अच्छा लगा।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चिंतन!
baal natkon ke kshetr me Zakir ji aapne apne sampadan me bahut hi accha kaam kiya h....hardik badhaee..
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