Sad Love Story Hindi 2021
एक लड़की थी, संजना। बहुत ही खूबसूरत। जितनी वह सुंदर थी, उतनी ही ईमानदार। न किसे से झूठ बोलना, न फालतू की बातें करना। बस अपने काम से काम।
संजना की क्लास में एक लड़का था, जो मन ही मन उससे बहुत प्यार करता था। नाम था उसका संजय। लड़का अक्सर उसके छोटे-मोटे काम कर दिया करता था। बदले में जब लड़की मुस्करा कर थैंक्यू कहती, तो लड़के की खुशी की सीमा नहीं रहती।
एक बार की बात है। संजय और संजना साथ-साथ घर जा रहे थे। तभी जोरदार बारिश होने लगी। दोनों ने एक पेड़ के नीचे शरण ली। बारिश बहुत तेज थी। कुछ ही पलों में बूंदें छन-छन कर नीचे आने लगीं। ऐसे में बारिश से बचने के लिए दोनों एक दूसरे के बेहद करीब आ गये।
संजना को इतने करीब पाकर संजय अपने जज़्बातों पर काबू न रख सका। उसके संजना को प्रजोज़ कर दिया। संजना भी मन ही मन संजय को बेहद पसंद करती थी, इसलिए वह भी राज़ी हो गयी। और इस तरह दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा।
एक बार की बात है संजना उसी पेड़ ने नीचे संजय का इंतजार कर रही थी। संजय बहुत देर से आया। उसे देखकर संजना नाराज़ होती हुई बोली, 'तुम इतनी देर से क्यों आए? मेरी तो जान ही निकल गयी थी।'
संजना की बात सुनकर संजय मुस्करा दिया, 'जानेमन, मैं तुमसे दूर कहां गया था, मैं तो तुम्हारे दिल में ही रहता हूं। तुम्हें यकीन न हो तो अपने दिन से पूछ लो।'
इस प्यार भरी बात को सुनकर संजना अपना सारा गुस्सा भूल गयी और वह संजय से लिपट गयी।
एक दिन दोनों लोग उसी पेड़ के नीचे बैठे बातें कर रहे थें। संजना पेड़ के सहारे बैठी थी अैर संजय उसकी गोद में सर रख कर लेटा हुआ था। तभी संजना बोली, ''जानू, अब तुम्हारी जुदाई मुझसे बर्दाश्त नहीं होती। तुम्हारे बिना एक पल भी मुझे 100 साल के बराबर लगता है। तुम मुझसे शादी कर लो, नहीं तो मैं मर जाऊंगी।''
संजय ने झट से लड़की के मुंह पर अपना हाथ रख दिया और बोला, ''मेरी जान, ऐसी बातें मत किया करो, अगर तुम्हें कुछ हो गया, तो मैं कैसे ज़िंदा रहूंगा?''
संजना कुछ नहीं बोली। वह उम्मीद भरी नज़रों से संजय की ओर देखती रही। संजय ने अपनी बात आगे बढ़ाई, ''तुम चिंता मत करो जान, मैं जल्दी ही अपने घर वालों से बात करूंगा।''
धीरे-धीरे काफी समय बीत गया। एक दिन की बात है। दोनों लोग उसी पेड़ के नीचे बैठे हुए थे। उस वक्त संजय का चेहरा उतरा हुआ था। संजना के पूछने पर वह रूआंसा होकर बोला, ''जान, मैंने अपने घर वालों को बहुत समझाया, पर वे हमारी शादी के लिए तैयार ही नहीं। उन्होंने मेरी शादी कहीं और तक कर दी है।''
यह सुन कर संजना का कलेजा फट पड़ा। उसका मन हुआ कि वह ज़ोर-ज़ोर से रोए। लेकिन उसने अपने जज़्बात पर काबू पा लिया और बोली, ''जानू, मैं तुमसे सच्चा प्यार किया है, मैं तुम्हें कभी भुला नहीं सकती।''
''प्लीज़, मुझे माफ कर देना..!'' संजय धीरे से बाेला, ''वैसे अगर तुम चाहो, तो हम लोग हमेशा अच्छे दोस्त रह सकते हैं।''
संजना यह सुन कर ज़ार-ज़ार रोने लगी। संजय ने उसे बहुत समझाया, पर संजना चाह कर भी अपने आप पर काबू नहीं कर पाई और वह रोते हुए अपने घर को चली गयी।
देखते ही देखते संजय की शादी का दिन आ गया। उसे यकीन था कि उसकी शादी में संजना जरूर आएगी। पर ऐसा नहीं हुआ। हां, उसका भेजा हुआ एक गिफ्ट पैक उसे ज़रूर मिला। संजय ने कांपते हांथों से उसे खोला।
उस गिफ्ट को देखते ही संजय बेहोश हो गया। गिफ्ट पैक में और कुछ नहीं खून से लथपथ संजना का दिल रखा हुआ था। और साथ ही में थी एक चिट्ठी, जिसमें लिखा हुआ था- अरे पागल, अपना दिल तो लेते जा, वरना अपनी पत्नि को क्या देगा।
दोस्तों, किसी के लिए मोहब्बत टाइमपास होती है और किसी के लिए जिंदगी से बढ़कर। इसलिए अगर किसी से मोहब्बत करना, तो उसे ताउम्र निभाना। वर्ना क्या पता आपका हाल भी संजय जैसा हो जाए, जो उस दिन के बाद न तो जी सका और न ही मर सका। उसकी सारी जिंदगी पछतावे की एक दर्द भरी दास्तान बन कर रह गयी।
संजना की क्लास में एक लड़का था, जो मन ही मन उससे बहुत प्यार करता था। नाम था उसका संजय। लड़का अक्सर उसके छोटे-मोटे काम कर दिया करता था। बदले में जब लड़की मुस्करा कर थैंक्यू कहती, तो लड़के की खुशी की सीमा नहीं रहती।
एक बार की बात है। संजय और संजना साथ-साथ घर जा रहे थे। तभी जोरदार बारिश होने लगी। दोनों ने एक पेड़ के नीचे शरण ली। बारिश बहुत तेज थी। कुछ ही पलों में बूंदें छन-छन कर नीचे आने लगीं। ऐसे में बारिश से बचने के लिए दोनों एक दूसरे के बेहद करीब आ गये।
संजना को इतने करीब पाकर संजय अपने जज़्बातों पर काबू न रख सका। उसके संजना को प्रजोज़ कर दिया। संजना भी मन ही मन संजय को बेहद पसंद करती थी, इसलिए वह भी राज़ी हो गयी। और इस तरह दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा।
एक बार की बात है संजना उसी पेड़ ने नीचे संजय का इंतजार कर रही थी। संजय बहुत देर से आया। उसे देखकर संजना नाराज़ होती हुई बोली, 'तुम इतनी देर से क्यों आए? मेरी तो जान ही निकल गयी थी।'
संजना की बात सुनकर संजय मुस्करा दिया, 'जानेमन, मैं तुमसे दूर कहां गया था, मैं तो तुम्हारे दिल में ही रहता हूं। तुम्हें यकीन न हो तो अपने दिन से पूछ लो।'
इस प्यार भरी बात को सुनकर संजना अपना सारा गुस्सा भूल गयी और वह संजय से लिपट गयी।
एक दिन दोनों लोग उसी पेड़ के नीचे बैठे बातें कर रहे थें। संजना पेड़ के सहारे बैठी थी अैर संजय उसकी गोद में सर रख कर लेटा हुआ था। तभी संजना बोली, ''जानू, अब तुम्हारी जुदाई मुझसे बर्दाश्त नहीं होती। तुम्हारे बिना एक पल भी मुझे 100 साल के बराबर लगता है। तुम मुझसे शादी कर लो, नहीं तो मैं मर जाऊंगी।''
संजय ने झट से लड़की के मुंह पर अपना हाथ रख दिया और बोला, ''मेरी जान, ऐसी बातें मत किया करो, अगर तुम्हें कुछ हो गया, तो मैं कैसे ज़िंदा रहूंगा?''
संजना कुछ नहीं बोली। वह उम्मीद भरी नज़रों से संजय की ओर देखती रही। संजय ने अपनी बात आगे बढ़ाई, ''तुम चिंता मत करो जान, मैं जल्दी ही अपने घर वालों से बात करूंगा।''
धीरे-धीरे काफी समय बीत गया। एक दिन की बात है। दोनों लोग उसी पेड़ के नीचे बैठे हुए थे। उस वक्त संजय का चेहरा उतरा हुआ था। संजना के पूछने पर वह रूआंसा होकर बोला, ''जान, मैंने अपने घर वालों को बहुत समझाया, पर वे हमारी शादी के लिए तैयार ही नहीं। उन्होंने मेरी शादी कहीं और तक कर दी है।''
यह सुन कर संजना का कलेजा फट पड़ा। उसका मन हुआ कि वह ज़ोर-ज़ोर से रोए। लेकिन उसने अपने जज़्बात पर काबू पा लिया और बोली, ''जानू, मैं तुमसे सच्चा प्यार किया है, मैं तुम्हें कभी भुला नहीं सकती।''
''प्लीज़, मुझे माफ कर देना..!'' संजय धीरे से बाेला, ''वैसे अगर तुम चाहो, तो हम लोग हमेशा अच्छे दोस्त रह सकते हैं।''
संजना यह सुन कर ज़ार-ज़ार रोने लगी। संजय ने उसे बहुत समझाया, पर संजना चाह कर भी अपने आप पर काबू नहीं कर पाई और वह रोते हुए अपने घर को चली गयी।
देखते ही देखते संजय की शादी का दिन आ गया। उसे यकीन था कि उसकी शादी में संजना जरूर आएगी। पर ऐसा नहीं हुआ। हां, उसका भेजा हुआ एक गिफ्ट पैक उसे ज़रूर मिला। संजय ने कांपते हांथों से उसे खोला।
उस गिफ्ट को देखते ही संजय बेहोश हो गया। गिफ्ट पैक में और कुछ नहीं खून से लथपथ संजना का दिल रखा हुआ था। और साथ ही में थी एक चिट्ठी, जिसमें लिखा हुआ था- अरे पागल, अपना दिल तो लेते जा, वरना अपनी पत्नि को क्या देगा।
दोस्तों, किसी के लिए मोहब्बत टाइमपास होती है और किसी के लिए जिंदगी से बढ़कर। इसलिए अगर किसी से मोहब्बत करना, तो उसे ताउम्र निभाना। वर्ना क्या पता आपका हाल भी संजय जैसा हो जाए, जो उस दिन के बाद न तो जी सका और न ही मर सका। उसकी सारी जिंदगी पछतावे की एक दर्द भरी दास्तान बन कर रह गयी।
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Super Story
जवाब देंहटाएंVeryyyyýyyyy..
जवाब देंहटाएंNice story.
yaar super heart touching yaar so sad
जवाब देंहटाएंPagl ldki ek bawafa k liye aisa krne ki kya jrurat thi
जवाब देंहटाएंjo insaan kisi se sache dil se pyaar krta hai n un ko pata chalta hai ki pyaar kya chiz hai,,,,hm v apne pyar ko kisi or ke sath nhi dekh sakte
हटाएंPagl ldki ek bawafa k liye aisa krne ki kya jrurat thi
जवाब देंहटाएंsuprrr
जवाब देंहटाएंSo sweet ...ye hota h sacha pyar
जवाब देंहटाएंHa bhai !
हटाएंTrue story of real love.
जवाब देंहटाएंHeart touching love story
जवाब देंहटाएंAaj ke jamane aisa
जवाब देंहटाएंSab dil se khelate hai
Aaj ke jamane aisa
जवाब देंहटाएंSab dil se khelate hai
So beautiful story...
जवाब देंहटाएंIs story me Mujhe ek baat Samajh me nhi Aai ki ek Aam gift ko pack Karne me minimum 2 minute Lagte hai or Ladki Ese kitni der jinda rahi ki Ladki ne Apana dil Apne Seene se nikala or us ke baad use pack Kiya fir post office jakar post bhi kar diya
जवाब देंहटाएंRight bhai
हटाएंwright
हटाएंveri nice
जवाब देंहटाएंमस्त कहानी है भाई
जवाब देंहटाएंरोचक कहानी।।
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जवाब देंहटाएंSuper story
जवाब देंहटाएंBAHUT ACCHI KAHANI
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंHeart teaching story
जवाब देंहटाएं😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘
jamane me pyar karne valo ki kami nahi hai par jo aapane dildar ka sath marte dam tak nibhata hai vahi aashik kahalata hai
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