अपने ब्लॉग पर 8-10 विजिटर्स ऑनलाईन देखना किसे अच्छा नहीं लगेगा?

SHARE:

जब हम मछली का शिकार  करते हैं, तो काँटे में वह चारा लगाते हैं, जो मछली को पसंद होता है, न कि उसे जो हमें पसंद होता है।   (हालाँकि ब्लॉग ...

जब हम मछली का शिकार  करते हैं, तो काँटे में वह चारा लगाते हैं, जो मछली को पसंद होता है, न कि उसे जो हमें पसंद होता है।  
(हालाँकि ब्लॉग और शिकार में कोई समानता नहीं होती, लेकिन यह उन लोगों के लिए सबक हो सकता है, जो अपने ब्लॉग पर पाठक बढ़ाने की अभिलाषा रखते हैं।)

 हो सकता है कि आपने अब तक इस विषय पर पचासों ब्लॉग पोस्ट पढ़ी हों कि अपने ब्लॉग पर विजिटर्स कैसे बढ़ाए, पर इससे आपके ब्लॉग का ट्राफिक तो नहीं बढ़ा, हाँ जिसने इस तरह की पोस्ट लिखी, उस दिन उसके ब्लॉग पर कुछ विजिटर्स अवश्य बढ़ जाते हैं। पर फिर वही ढ़ाक के तीन पात, यानी कि हम पलकें बिछाए विजिटर्स का इंतजार करते रहते हैं और वे हैं कि कमबख्त गल्ती से भी इधर नहीं आते।

आमतौर से देखा जाए तो लोग अपने विजिटर्स बढ़ाने के लिए कुछ खास तरीके अपनाते हैं।

1- आलोचनात्मक शैली में दूसरों की धज्जियाँ उड़ाना
आमतौर से ब्लॉगजगत में इस तरह के ब्लॉग/पोस्टों की भरमार रहती है, जिनमें किसी खास धर्म/पंथ/विचारधारा को निशाना बनाया जाता है। आमतौर से इस तरह के ब्लॉग पर ट्राफिक भी अच्छा रहता है, लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत यह होती है कि ऐसे ब्लॉगर्स को एक खास तरह के लोग ही पसंद करते हैं और इसका दुष्परिणाम यह होता है कि आप एक बहुत बड़े तबके की नजरों में अछूत साबित हो जाते हैं। साथ ही साथ इस तरह की पोस्ट लिखने वाले लोग धीरे-धीरे एक प्रकार की नकारात्मकता के गुलाम हो जाते हैं। वह नकारात्मकता उनके व्यक्तित्व में हावी हो जाती है और उनके आसपास के लोगों को भी प्रभावित करने लगती है। इसलिए समझदार ब्लॉगर को इस तरह की मानसिकता से बचना चाहिए।

2- ग्रुप बनाकर उसका फायदा उठाना
आमतौर से इसकी शुरूआत इस तरह से होती है कि हम जिन लोगों को पसंद करते हैं, उन्हें अपने फेवरिट लिस्ट में शामिल कर लेते हैं। उनके ब्लॉग पे भावुकतापूर्ण और लम्बे-लम्बे कमेंट करना, उन्हें खास मौकों पर विश करना, बात-बेबात फोन करके उनपर अपने अपनत्व की छाप छोड़ना, उनकी बातों का अंध समर्थन करना इस तरह के लोगों की प्रमुख गतिविधियाँ होती हैं। लेकिन धीरे-धीरे यह प्रवृत्ति इतनी कठोर रूप लेने लगती है कि ब्लॉगर न चाहते हुए भी स्वयं को एक विशेष ग्रुप में शामिल कर लेता है। इसका फायदा यह होता है कि आपको उस ग्रुप के लोगों के कमेंट तो मिलने लगते हैं, लेकिन अन्य लोग आपको  संदेह की दृष्टि से देखते हैं।

3- खूब सारे कमेंट करना और खूब सारे कमेंट पाना
ब्लॉग जगत में हिट होने का यह चौथा फंडा है, जिसमें आप जितने ज्यादा कमेंट करते हैं, आपको उतने ज्यादा कमेंट प्राप्त करते हैं। लेकिन इस क्रिया में परिणाम इतनी आसानी से नहीं मिलता है। इसके लिए बहुत सारे धैर्य की जरूररत होती है, जो आमतौर से ज्यादातर लोगों में नहीं होता है। इसीलिए इस तरह से अपने विजिटर्स बढ़ाने में कुछ खास तरह के लोग ही सफल हो पाते हैं।

4- विषय आधारित लेखन के द्वारा सर्च इंजन से पाठक बटोरना
हिन्दी में जितने भी ब्लॉग प्रचलित हैं, उनमें 95 प्रतिशत कविता, कहानी, व्यंग्य, संस्मरण अथवा राजनीति आदि के होते हैं और लोग उम्मीद करते हैं कि इन पर पाठक टूट पड़ेंगे। लेकिन आप खुद सोचिए, आप ऐसे कितने ब्लॉग मन से पढ़ते हैं? ऐसे में आपके पाठक कहाँ से आएँगे। इसलिए यदि आप अपने ब्लॉग का ट्रैफिक बढ़ाना चाहते हैं, तो उसे विषय आधारित बनाइए। और यकीन मानिए, अपने ब्लॉग पर विजिटर्स की भीड़ लगाने का यही एकमात्र और कामयाद तरीका है। इसके लिए सबसे पहले अपनी रूचि को जाँचिए कि आप किस विषय में अच्छा लिख सकते हैं। उसके बाद उस विषय पर गम्भीर और सार्थक लेखन करिए। फिर देखिए आपके ब्लॉग पर सर्च इंजन से कैसे पाठक टूटते हैं।

क्या कहा आपने? आपको मेरी बातों पर विश्वास नहीं हो रहा? तो हुजूर, 'तस्लीम' (इसका साक्षात प्रमाण है, जहाँ आप कभी भी 4-5 विजिटर्स ऑनलाइन देख सकते हैं) के इमेज रूप में कुछ आँकड़े आपके लिए हाजिर हैं। हो सकता है, इन्हें देखकर आपको कुछ समझ में आ जाए।

COMMENTS

BLOGGER: 30
  1. traffic badhane KAY DO RASTAY HOTAY HAIN PEHLA FORTCUT DUSRA CHOTA FORTCUT...


    आप लंबा रास्ता बता रहे है जाकिर भाई.. आजकल चाइनीज माल चलता है... जापानीज कौन लेता है...

    जवाब देंहटाएं
  2. Jakir bhai, ye to bahut badee uplabdhee hai, logo ko isse seekh leni chahiye.

    जवाब देंहटाएं
  3. आपने सही बात कही है..सार्थक लिखेंगे तो पाठक स्वयं आयेंगे...वर्ना किसको पड़ी है जो इतनी ऊर्जा खर्च कर आपके ब्लॉग पर आयेगा...
    नीरज

    जवाब देंहटाएं
  4. baate to sari sochne wali hain bhut rochak...

    regards

    जवाब देंहटाएं
  5. व्यंजना के माध्यम से सार्धक पोस्ट।

    जवाब देंहटाएं
  6. आपकी पिछली पोस्ट्स में पढ़ा और जाना कि ब्लोगवाणी पर चटका लगाना क्या होता है , ऐसे हथकंडे अपने काम के ही नहीं हैं , हाँ पिछले दिनों ये जरुर समझ में आया था कि कुछ लोगों के पोस्ट्स थोड़े थोड़े दिनों के अंतराल पर ब्लौगवाणी बार बार स्क्रोल पर डाल देती है , जिस से वो ज्यादा से ज्यादा लोगों की निगाहों में आ जाते हैं । हम तो अपना काम किये जा रहे हैं , वक्त जो हमें सिखाना चाहता है वो किसी न किसी माध्यम से सिखा ही देता है । टिप्पणी का धन्यवाद ...हाँ मुझे तो इतना पता है ..'थोड़ी दूर वो साथ चलें 'इस पोस्ट को मैंने जिस दिन प्रकाशित किया था उसी दिन ब्लौगवाणी बंद हो गयी थी और किसी भी पाठक ने इस पर दस्तक नहीं दी । और मेल करके पाठक मैं बुलाना भी नहीं चाहती । देखिये न इसीलिये मन बिलकुल शांत है । शुभकामनाओं के साथ

    जवाब देंहटाएं
  7. अरे भाई , विजिट दिखाने वाला विजेट ही काम नहीं कर रहा ।

    जवाब देंहटाएं
  8. लिखा बिलकुल सही है जाकिर भाई ! और यह रहा आपका ११ वाँ कमेंट्स !
    दिलचस्प लेख के लिए शुक्रिया !

    जवाब देंहटाएं
  9. आपके फैंकें काँटे में भी अभी तक 12 मछलियाँ(हमारे सहित) तो फंस ही चुकी हैं :)

    जवाब देंहटाएं
  10. फंडे तो सभी नायाब हैं बधाई आपको तस्लीम पर भीड बढाने के लिये।

    जवाब देंहटाएं
  11. ( हमने सोचा बाद में विषय भी बताइयेगा :)

    वो तो सब ठीक है भाईजान कि भीड़ कैसे बढाई जाये हमें तो बस ढंग के दस बीस पाठक का जुगाड़ बताइये ! एक शिकायत है आपसे...देखिये हमारे पास गुज़ारे लायक कुछ पाठक रहे हैं पर आपने हमसे एक ढंग का पाठक छीन लिया है !

    जवाब देंहटाएं
  12. पते की बात है, ब्‍लॉग सूत्र मंत्र.

    जवाब देंहटाएं
  13. बाकी कुछ हो या न हो आपने इस पोस्ट पर अच्छे खासे पाठक जुगाड़ लिए ...badhayaee ! :)

    जवाब देंहटाएं
  14. बेनामी7/04/2010 2:04 am

    लो एक और मछली आ गयी



    ->सुप्रसिद्ध साहित्यकार और ब्लागर गिरीश पंकज जी का साक्षात्कार पढने के लिऐ यहाँ क्लिक करेँ

    जवाब देंहटाएं
  15. अच्छा ज्ञान दिया.

    जवाब देंहटाएं
  16. लीजिये जाकिर भाई ....हम भी खिचे चले आये | .......और हाँ आज ही फ़ोन करके ज़रा मीठी मीठी बाते करते हैं(टोटका नंबर -2) |

    जवाब देंहटाएं
  17. जाकिर भाई हम भी आजकल अच्छे कंटेट लिये घूम रहे हैं, यह बात ओर है कि ब्लॉग जगत के लोग कम आते हैं और गूगल और दूसरे सर्च इंजिनों से ज्यादा लोग आते हैं :}

    0 तिरुपति बालाजी के दर्शन और यात्रा के रोमांचक अनुभव – १० [श्रीकालाहस्ती शिवजी के दर्शन..] (Hilarious Moment.. इंडिब्लॉगर पर मेरी इस पोस्ट को प्रमोट कीजिये, वोट दीजिये

    जवाब देंहटाएं
  18. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  19. शारदा अरोरा जी से १०० प्रतिशत सहमत..ये मछली कांटा हम नहीं जानते...

    जवाब देंहटाएं
  20. कुछ ब्लोगर ऐसे भी हैं जो भीड़ बढाने के लिए बहुत अधिक लालायित नहीं हैं और अपना काम किये जा रहे हैं.जिसके पास जो विधा है उसका प्रयोग अपनी समझ के अनुसार कर रहा है. मेरा मानना है की सार्थक लेखन की कद्र, देर से ही सही, होगी जरूर.हाँ, जैसा हर जगह होता है, कुछ लोग तिकड़मों के सहारे योग्य लोगों को पीछे धकेल देते हैं, ब्लोगजगत में भी हो रहा है.

    जवाब देंहटाएं
  21. सही कहा आपने हमारे यहाँ भी पधारें.....click here for Letest free tricks smartphone, tablets and laptops,

    जवाब देंहटाएं
आपके अल्‍फ़ाज़ देंगे हर क़दम पर हौसला।
ज़र्रानवाज़ी के लिए शुक्रिया! जी शुक्रिया।।

नाम

achievements,3,album,1,award,21,bal-kahani,9,bal-kavita,5,bal-sahitya,33,bal-sahityakar,13,bal-vigyankatha,4,blog-awards,29,blog-review,45,blogging,42,blogs,49,books,9,buddha stories,4,children-books,14,Communication Skills,1,creation,9,Education,4,family,8,hasya vyang,3,hasya-vyang,8,Health,1,Hindi Magazines,7,interview,2,investment,3,kahani,2,kavita,9,kids,6,literature,15,Motivation,71,motivational biography,27,motivational love stories,7,motivational quotes,15,motivational real stories,5,motivational speech,1,motivational stories,25,ncert-cbse,9,personal,18,Personality Development,1,popular-blogs,4,religion,1,research,1,review,15,sahitya,28,samwaad-samman,23,science-fiction,4,script-writing,7,secret of happiness,1,seminar,23,Shayari,1,SKS,6,social,35,tips,12,useful,16,wife,1,writer,9,Zakir Ali Rajnish,27,
ltr
item
हिंदी वर्ल्ड - Hindi World: अपने ब्लॉग पर 8-10 विजिटर्स ऑनलाईन देखना किसे अच्छा नहीं लगेगा?
अपने ब्लॉग पर 8-10 विजिटर्स ऑनलाईन देखना किसे अच्छा नहीं लगेगा?
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgOxWKMpQS4SIri0pmYQBSD68yTXiTA-XH5Roeh7TxRT6JcGtTX8V4GCtZes4V9mTa46jAhT3PQ9JJ7kLnm6vL9BJWSdbH-KuaMd8TsQgLjq8rpT5EEYfkrFOM1Mx5B5fgWmkm01S_QriFm/s200/Aankde.jpg
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgOxWKMpQS4SIri0pmYQBSD68yTXiTA-XH5Roeh7TxRT6JcGtTX8V4GCtZes4V9mTa46jAhT3PQ9JJ7kLnm6vL9BJWSdbH-KuaMd8TsQgLjq8rpT5EEYfkrFOM1Mx5B5fgWmkm01S_QriFm/s72-c/Aankde.jpg
हिंदी वर्ल्ड - Hindi World
https://me.scientificworld.in/2010/07/how-to-make-your-blog-popular.html
https://me.scientificworld.in/
https://me.scientificworld.in/
https://me.scientificworld.in/2010/07/how-to-make-your-blog-popular.html
true
290840405926959662
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy