अगर आप लखनऊ में रहते हैं, तो आपको पता ही होगा कि यहां पर मेट्रो का कार्य द्रुत गति से चल रहा है। दरअसल लखनऊ मेट्रो प्रदेश सरकार की सबसे मह...
अगर आप लखनऊ में रहते हैं, तो आपको पता ही होगा कि यहां पर मेट्रो का कार्य द्रुत गति से चल रहा है। दरअसल लखनऊ मेट्रो प्रदेश सरकार की सबसे महात्वाकांक्षी परियोजना है, जिसे अखिलेश सरकार ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में पेश किया है। यही कारण है कि यूपी सरकार इसके मार्ग में किसी भी प्रकार की रूकावट नहीं आने दे रही
है।
और सरकार को भी विश्वास है कि भले ही कुछ स्टेशनों के बीच ही सही, वर्ष 2016 के अंत तक लखनऊ मेट्रो की शुरूआत हो जाएगी।
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लखनऊ मेट्रो का मॉडल लांच करते मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एवं अन्य |
मेट्रो निर्माण के पहले चरण में ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक का कार्य हो रहा है। इसके अन्तर्गत ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक निर्माण कार्य को तीन चरणों में बांटा गया है। अमौसी से चारबाग तक 261 पिलर पर मेट्रो दौड़ेगी। हालांकि अमौसी से ट्रांसपोर्ट नगर तक दूसरे चरण में काम होगा। ट्रांसपोर्ट नगर से कृष्णा नगर स्टेशन तक 68 पिलर बनेंगे। जबकि कृष्णा नगर से सिंगार नगर तक 45, आलमबाग से आलमबाग बस स्टेशन तक 21, मवैया तक 20, दुर्गापुरी स्टेशन तक 36 पिलर बनेंगे। इसके बीच में मवैया रेलवे पुल के ऊपर स्पेशल स्पैन बनाया जाएगा।
मेट्रो रेल परियोजना के डिटेल्ड डिजाइन कंसल्टेंट मेसर्स सिस्ट्रा इंडिया लिमिटेड ने मेट्रो स्टेशनों की डिजाइन फाइनल कर दी है। सभी स्टेशन दिखने में एक दूसरे से अलग होंगे। इनमें चारबाग में प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन सबसे अलग होगा। यहां टू इन वन टाइप का स्टेशन बनाया जाएगा। इन समस्त स्टेशनों को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि एक प्लेटफार्म पर छह कोच खड़े हो सकें।
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लखनऊ मेट्रो स्टेशन मॉडल |
लखनऊ मेट्रो प्रोजेक्ट ने सरकार की छवि को काम करने वाली सरकार के रूप में स्थापित करने में बेहद मदद की है। अब तो शहर की जनता भी इसे लेकर बेहद उत्साहित है और वह उस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रही है, जब शहर में मेट्रो का उद्घाटन हो और उसे शहर के जाम भरी सड़कों से निजात मिल सके।
Badhiya hai.
जवाब देंहटाएंसभी को उम्मीद है कि जल्द से जल्द मेट्रो में बैठने को मिलेगा।
जवाब देंहटाएंइससे अधिक आवश्यक है प्रदेस की सडके बनवाना
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