यादगार बना उ0प्र0 हिन्दी संस्थान का सम्मान समारोह गोपाल दास नीरज को 'भारत भारती सम्मान' प्रदान करते हुए संस्थान के अध्यक्...
यादगार बना उ0प्र0 हिन्दी संस्थान का सम्मान समारोह
गोपाल दास नीरज को 'भारत भारती सम्मान' प्रदान करते हुए संस्थान के अध्यक्ष अखिलेश यादव |
जीवन एक लय का नाम है, शरीर में हृदय एक लय में धडकता है, सांसें एक लय में चलती है, रक्त का प्रवाह एक लय में होता है। और जैसे ही यह लय बाधित होती है, जीवन संकट में आ जाता है। और जीवन की इस लय को बनाए रखने में साहित्य बहुत बडी भूमिका निभाता है।
उपरोक्त बातें 'हिन्दी दिवस' के अवसर पर उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनउ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में 2012 के 'भारत भारती सम्मान' से समादृत डॉ0 गोपाल दास नीरज ने कहीं। सम्मान स्वरूप उन्हें प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, पांच लाख दो हजार रूपये की धनराशि उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के अध्यक्ष एवं उ0प्र0 के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भेंट की।
इस अवसर पर संस्थान द्वारा आयोजित एक भव्य समारोह में संस्थान द्वारा 66 रचनाकारों को सम्मानित किया गया, जिनमें भारत भारती सम्मान, लोहिया साहित्य सम्मान, हिन्दी गौरव सम्मान, महात्मा गांधी साहित्य सम्मान पं0 दीनदयाल उपाध्याय सम्मान, अवन्तीबाई सम्मान, राजर्षि पुरूषोत्तमदास टंडन सम्मान, साहित्य भूषण सम्मान सहित सौहार्द सम्मान एवं पुस्तकों की विभिन्न विधाओं पर दिये जाने वाले सम्मान शामिल हैं।
सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि सांसद मुलायम सिंह यादव सम्बोधित करते हुए, साथ में गोपाल दास नीरज, उदय प्रताप सिंह एवं अखिलेश यादव |
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए सांसद मुलायम सिंह यादव ने भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय भाषाओं को मजबूत करने से देश मजबूत होगा। उन्होंने साहित्य की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि आज हमारे समाज में अविश्वास का माहौल है, उसे दूर करने का काम साहित्यकार से बेहतर कोई नहीं कर सकता। इसलिए साहित्य को बढावा देना हर सरकार का फर्ज है।
समारोह में पधारे साहित्यकारों का स्वागत करते हुए संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि एक लम्बे अंतराल के बाद हिन्दी दिवस के अवसर पर सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है, इसके लिए हम सरकार के शुक्रगुजार हैं। संस्थान के अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हिन्दी प्रेम अपने पिता से विरासत में पाया है। हमें पूर्ण विश्वास है कि उनके संरक्षण में हिन्दी संस्थान दिन दूरी रात चौगुनी प्रगति करेगा।
कार्यक्रम के दौरान पुस्तकों पर दिये जाने वाले नामित पुरस्कारों राशि 40 हजार को लेकर टोकने पर संस्थान के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राशि को बढाकर 50 हजार रूपये करने की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने संस्थान की मांग के अनुसार व्यंग्य विधा पर 2.00 लाख रूपये का पं0 श्रीनारायण चतुर्वेदी पुरस्कार, रू0 2.00 लाख का विधि पुरस्कार शुरू करने तथा हिन्दी विदेश प्रसार सम्मान की राशि 50 हजार रू0 से बढ़ाकर एक लाख रूपये करने की घोषणा भी की।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन संस्थान के निदेशक डॉ0 सुधाकर अदीब ने दिया और कार्यक्रम का संचालन संस्थान की प्रधान संपादक डॉ0 अमिता दुबे ने किया।
प्रकाश मनु को बालसाहित्य भारती सम्मान प्रदान करते हुए संस्थान के अध्यक्ष अखिलेश यादव, साथ में कार्यकारी अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह |
उ0 प्र0 हिन्दी संस्थान द्वारा वर्ष 2012 के लिए प्रदत्त सम्मान
डॉ0 गोपालदास नीरज
लोहिया साहित्य सम्मान (रु0 4.00 लाख)
डॉ0 चौथीराम यादव
हिन्दी गौरव सम्मान (रु0 4.00 लाख)
सोम ठाकुर
महात्मा गांधी साहित्य सम्मान (रु0 4.00 लाख)
मन्नू भंडारी
दीनदयाल उपाध्याय सम्मान (रु0 4.00 लाख)
डॉ0 बलदेव वंशी
अवन्ती बाई सम्मान (रु0 4.00 लाख)
चित्रा मुद्गल
साहित्य भूषण सम्मान (प्रत्येक को रु0 2.00 लाख)
डॉ0 पुष्पपाल सिंह,
नसीम साकेती,
डॉ0 जितेन्द्र नाथ मिश्र,
शैलेन्द्र सागर,
डॉ0 बुद्धिनाथ मिश्र,
वीरेन्द्र यादव,
डॉ0 शिवओम अम्बर,
चंद्रसेन विराट,
डॉ0 रामशंकर त्रिपाठी,
विनोद चन्द्र पाण्डेय ‘विनोद’
लोक भूषण सम्मान (रु0 2.00 लाख)
डॉ0 अवध किशोर जड़िया
कला भूषण सम्मान (रु0 2.00 लाख)
डॉ0 सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ
विद्या भूषण सम्मान (रु0 2.00 लाख)
डॉ0 अशोक चक्रधर
विज्ञान भूषण सम्मान (रु0 2.00 लाख)
प्रो0 कृष्णा मुखर्जी
पत्रकारिता भूषण सम्मान (रु0 2.00 लाख)
त्रिलोक दीप
प्रवासी भारतीय हिन्दी भूषण सम्मान (रु0 2.00 लाख)
तेजेन्द्र शर्मा
बाल साहित्य भारती सम्मान (रु0 2.00 लाख)
प्रकाश मनु
सौहार्द सम्मान (रु0 2.00 लाख 02 हजार प्रत्येक)
डॉ0 कीर्ति केसर (पंजाबी),
डॉ0 विद्या केसर चिटको (मराठी),
चिडबांबम निशान निंगतम्बा (मणिपुरी),
महेन्द्र शर्मा (उडिया),
डॉ0 हरीश रमणलाल द्विवेदी (गुजराती),
डॉ0 सु0 नागलक्ष्मी (तमिल),
विष्णु राजाराम देवगिरि (कन्नड़),
रजनी पाथरे राजदान (कश्मीरी),
डॉ0 प्रभात कुमार भट्टाचार्य (बंगाली),
पारनन्दि निर्मला (तेलुगु),
डॉ0 वी0वी0 विश्वम (मलयालम)
मधु लिमये सम्मान (रु0 2.00 लाख)
अशोक निगम
राजषि पुरूषोत्मदास सम्मान (रु0 2.00 लाख)
केरल हिन्दी प्रचार सभा, तिरूअनन्तपुरम
हिन्दी विदेश प्रसार सम्मान (रु0 50 हजार)
डॉ0 विमलेश कान्ति वर्मा
विश्वविद्यालय स्तरीय सम्मान (रु0 50 हजार)
प्रो0 आरिफ नज़ीर, डॉ0 सोमेश कुमार शुक्ला
इनके अतिरिक्त रचनाकारों को वर्ष 2012 में प्रकाशित पुस्तकों पर 26 विधाओं के अन्तर्गत नामित पुरस्कार एवं सर्जना पुरस्कार भी प्रदान किये गये।
सबको बधाइयाँ, शब्द भावों की खाई पाटते हैं।
जवाब देंहटाएंअच्छे कार्य हेतु उत्तर प्रदेश सरकार को धन्यवाद एवं सभी साहित्यकारों को बधाई।
जवाब देंहटाएंarbind kumar
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