How to create a Blog in Hindi
आप हम आपके लिए ब्लॉग कैसे बनाये How to Create a Blog in Hindi लेकर आए हैं। ब्लॉग एक ऐसा माध्यम है, जिसके द्वारा आप अपनी बात फ्री में लोगों तक पहुंचा सकते हैं और पैसे भी कमा सकते हैं। पिछले कुछ वर्षों में पूरी दुनिया ने ब्लॉग की ताकत पहचानी है। इसीलिए अब लोग ब्लॉग के बारे में इंट्रेस्टेड हो रहे हैं। शायद यही कारण है कि लोग अक्सर एक दूसरे से ब्लॉग क्या है, How to Create a Blog in Hindi, ब्लॉग बनाने की विधि, How to Start a Blog in Hindi, ब्लॉग कैसे बनाये, How to Write a Blog in Hindi, ब्लॉग कैसे लिखें, How to Make a Blog in Hindi पूछते रहते हैं। अगर आपके मन में भी कुछ ऐसे ही सवाल घूम रहे थे, तो यह लेख आपके लिए ही है। हमें उम्मीद है कि ब्लॉग कैसे बनाये How to Create a Blog in Hindi आपको जरूर पसंद आएगा।
ब्लॉग कैसे बनाये How to Create a Blog in Hindi
‘ब्लॉग’ शब्द ‘वेब’ और ‘लॉग’ से मिलकर बने शब्द ‘वेबलॉग’ का संक्षिप्त रूप है। भारत में ब्लॉग बनाने के लिए ब्लॉगर.कॉम सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। यह वेबसाइट का आसान विकल्प है और इसके द्वारा बहुत आसानी से सारे संसार में अपनी बात पहुँचाई जा सकती है। ब्लॉग बनाने की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध है। इसके लिए सिर्फ एक इंटरनेट कनेक्शन, एक अदद कम्प्यूटर और एक ‘ईमेल आईडी’ की आवश्यकता होती है। यह ईमेल एकाउंट किसी भी वेबसाइट का हो सकता है। ब्लॉग बनाने के लिए इंटरनेट ब्राउजर में www.blogger.com टाइप करें। खुलने वाले पृष्ठ पर ‘यूजरनेम’ और ‘पॉसवर्ड’ वाले खानों में अपने पहले से बनाए हुए ईमेल (यदि ईमेल एकाउंट न हो, तो पहले उसे बना लें) के यूजरनेम और पॉसवर्ड लिखें और ‘साइन-इन’ कर दें। उसके बाद सामने आने वाले फार्म में जरूरी जानकारी भरें और आगे बढ़े।
आगे बढ़ने पर आपसे ब्लॉग का नाम पूछा जाएगा। यह हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में हो सकता है। ब्लॉग के नाम के बाद अगला कॉलम ब्लॉग एड्रेस का होता है। इसमें http:// तथा .blogspot.com पहले से लिखा होता है, उसके बीच में आप मनचाहा एड्रेस भर सकते हैं। यदि आप ‘मेरा वतन’ नामक ब्लॉग बनाना चाहते हैं, तो आपके ब्लॉग का पता हो जाएगा http://meravatan.blogspot.com। लेकिन यदि meravatan नाम को पहले से किसी व्यक्ति ने रजिस्टर्ड करा रखा होगा, तो आप उसमें एक ‘ए’ बढ़ाकर meraavatan भी कर सकते हैं अथवा अन्य कोई अंक वगैरह जोड़ कर भी ट्राई कर सकते हैं। जो पता यहां पर स्वीकृत हो जाएगा, वही आपके ब्लॉग का ‘यूआरएल’ कहलाएगा और उसे टाइप करके पूरे विश्व में आपका ब्लॉग देखा जा सकेगा।
ब्लॉग का नाम, पता (और वर्ड वेरीफिकेशन भरने) के बाद दूसरे स्टेप में आपसे ‘टेम्पलेट’ चुनने के लिए कहा जाएगा। टेम्पलेट का मतलब होता है, ब्लॉग का रंग-रूप। वहाँ पर जो भी डिजाइन उपलब्ध हों, उसमें से कोई एक चुन लें और ‘कन्टीन्यू’ करें। वर्तमान में आप अपने ब्लॉग के ‘पोस्टिंग’ मोड में हैं। ब्लॉग के नाम के नीचे जहाँ पर पोस्टिंग लिखा हुआ दिख रहा है, उसके दाईं ओर क्रमश: ‘कमेंट्स’ और ‘सेटिंग’ लिखा हुआ है। आप ‘सेटिंग’ विकल्प का चयन कर लें। ‘सेटिंग’ मोड में सर्वप्रथम ‘बेसिक’ टैब होता है। उसमें पेज के नीचे की ओर ‘इनेबल ट्रांसलिटरेशन’ होता है। उसे ‘यस’ कर दें तथा किये गये संशोधन को ‘सेव’ कर लें। तदुपरांत सेटिंग के ‘फॉरमेटिंग’ टैब का चयन करें। इसमें ‘टाइम ज़ोन’ के सामने दिये गये विकल्पों में (GMT+05.30) India Standard Time तथा ‘लैंग्वेज’ में ‘हिन्दी’ का ऑप्शन चुन लें। ऐसा करने के बाद पेज के नीचे मौजूद ‘सेव’ ऑप्शन को क्लिक करके सभी सेटिंग को सुरक्षित कर लें।
ब्लॉग की सेटिंग संशोधित करने के बाद ‘पोस्टिंग’ और ‘सेटिंग’ वाली लाइन के ऊपर बाईं ओर नजर डालें। वहां पर ईमेल आईडी के बगल में ‘डैशबोर्ड’ लिखा नजर आएगा। इसे क्लिक करें, जिससे ब्लॉग का ‘डैशबोर्ड’ खुल जाएगा। ‘डैशबोर्ड’ में आप द्वारा बनाये गये (सभी) ब्लॉग के उपलब्ध ऑप्शन, आपकी ब्लॉग सम्बंधी प्रोफाइल और आप द्वारा ‘फालो’ (पसंद) किये गये अन्य ब्लॉगों की ताजी पोस्टें (लेख) प्रदर्शित होते हैं। डैशबोर्ड में बाईं ओर दिये ‘एडिट प्रोफाइल’ का चयन करें और जरूरत के अनुसार जानकारी भरकर अपनी प्रोफाइल अपडेट कर लें। यदि आपके पास अपने फोटो की डिजिटल इमेज हो, तो उसे भी यहां पर ‘अपलोड’ कर दें। इससे डैशबोर्ड में आपका फोटो दिखने लगेगा। संशोधन करने के बाद नीचे की ओर दिये ‘सेव’ बटन को दबा कर इन्हें सुरक्षित कर लें।
अब आप पुन: डैशबोर्ड में जाएँ। वहाँ पर ब्लॉग के नाम के नीचे पोस्टिंग, कमेंट्स, सेटिंग, डिजाइन, मोनेटाइज, स्टैट्स आदि विकल्प दिख रहे होंगे। ‘पोस्टिंग’ के द्वारा नया लेख लिखने (ब्लॉग की भाषा में इसे ‘पोस्ट’ कहा जाता है) और पुरानी पोस्ट को ‘एडिट’ (संशोधित) करने का काम किया जाता है। ‘कमेंट्स’ के द्वारा ब्लॉग पर आने वाली टिप्पणियों को मैनेज किया जाता है। ‘सेटिंग’ विकल्प के द्वारा ब्लॉग की तकनीकी व्यवस्था बदली जाती है। ‘डिजाइन’ के द्वारा ब्लॉग की बनावट संशोधित की जाती है तथा ‘मोनेटाइज’ के द्वारा ब्लॉग पर विज्ञापन लगाए जाते हैं। (ये दोनों विकल्प अभी आपके काम के नहीं हैं।) उसके बाद ‘स्टैटस’ का विकल्प है, जिसमें ब्लॉग पर आने वाले सभी पाठकों का विस्तृत विवरण दर्ज रहता है।
कैसे करें हिन्दी टाइपिंग?
ब्लॉग में लिखना आरम्भ करने के लिए ‘डैशबोर्ड’ में स्थित ‘पोस्टिंग’ विकल्प को चुनें और ‘न्यू पोस्ट’ के ‘कम्पोज’ मोड का चयन करके अपनी मनचाही बात लिखना शुरू कर दें। इस समय आपके ब्लॉग में ‘ट्रांसलिटरेशन’ सुविधा ऑन है, जिसके द्वारा आप रोमन अक्षरों का प्रयोग करके हिन्दी में लिख सकते हैं। जैसे अगर आपको लिखना है-‘मेरा भारत महान’। इसके लिए आप अपने कीबोर्ड से ‘टेक्स्ट एरिया’ में ‘meraa bhaarat mahaan’ लिखें, वह अपने आप ‘मेरा भारत महान’ में बदल जाएगा।
कम्प्यूटर द्वारा टाइप की जाने वाली यह हिन्दी आमतौर से प्रयोग में लाए जाने वाले ‘ट्रू टाइप फांट’ से भिन्न होती है और ‘यूनिकोड टाइप फांट’ कहलाती है। हमारे कम्प्यूटरों में यह फांट ‘मंगल’ के नाम से उपलब्ध रहता है। (हो सकता है यह आपको शुरू में थोड़ा सा असहज लगे, लेकिन दो-चार दिन प्रैक्टिस करने के बाद आप इसे सीख जाएंगे और धड़ल्ले से टाइप करने लगेंगे।) यदि किन्हीं कारणवश यहाँ पर ‘ट्रांसलिटरेशन’ अर्थात ‘लिप्यांतरण’ काम नहीं कर रहा है, तो आप http://hindikalam.com/ अथवा यहां पर जाकर वहाँ लिप्यांतरण के द्वारा हिन्दी में लिख सकते हैं। उसके बाद उसे वहां से कॉपी करके यहाँ पर पेस्ट कर सकते हैं।
यदि आपने हिन्दी टाइपिंग सीखी है, तो यहां पर जाकर टाइप मशीन की तरह सीधे हिन्दी में टाइप कर सकते हैं। और हाँ, यदि आप अपने कम्प्यूटर में बिना इंटरनेट चलाए (ऑफलाइन रहकर) भी यूनिकोड में टाइप करना चाहते हैं, तो उसके लिए इस लिंक पर जाकर वहाँ दिये गये निर्देशों का पालन करें। आपका कम्प्यूटर यूनिकोड हिन्दी के लिए सक्षम हो जाएगा।
ब्लॉग को बनाने के बाद सबसे जरूरी काम है, उसको पाठकों के अनुकूल बनाना, ताकि आपके ब्लॉग के बारे में अधिक के अधिक लोग जानें और आपकी लेखनी से लाभान्वित हो सकें। उस सम्बंध में जानकारी यहां पर उपलब्ध है।
दोस्तों, अगर आपको ब्लॉग कैसे बनाये How to Create a Blog in Hindi पसंद आए, तो इसे अपने फ्रेंड्स के साथ भी शेयर करें। और हां, जब भी कोई आपसे दूसरे से ब्लॉग क्या है, How to Create a Blog in Hindi, ब्लॉग बनाने की विधि, How to Start a Blog in Hindi, ब्लॉग कैसे बनाये, How to Write a Blog in Hindi, ब्लॉग कैसे लिखें, How to Make a Blog in Hindi पूछे, तो उसे 'हिंदी वर्ल्ड' का पता जरूर बताएं।
बहुत-बहुत आभार आपका |
जवाब देंहटाएंनवागुन्तकों के लिये बहुत ही उपयोगी।
जवाब देंहटाएंआपके विचार और भाव कलयांकारी हैं इसीलिए दिक्कत के बावजूद प्रयासों पर डटे हैं।
जवाब देंहटाएंसुन्दर जानकारी....
जवाब देंहटाएंदीपावली पर गिफ्ट कार्ड खुद बनाये.............
http://vijaypalkurdiya.blogspot.com
टेंशन नहीं लीजिये सर!
जवाब देंहटाएंजल्द ही प्रॉबलम सोल्व होगी।
सादर
बहुतों के लिए यह उपयोगी जानकारी है !
जवाब देंहटाएंउपयोगी जानकारी है.
जवाब देंहटाएंआप की तकलीफ समझी जा सकती है।
जवाब देंहटाएंआप लोगों को इन्स्क्रिप्ट टाइपिंग सीखने पर क्यों जोर नहीं देते। तेजी से शुद्ध हिन्दी टाइप करने का वह सब से आसान तरीका है। ट्रांसलिटरेशन आरंभ में आसान लगता है लेकिन वह लंबी दौड़ का घोड़ा नहीं है।
ब्लॉग जगत में नवागंतुकों का ध्यान रखते हुए बढिया आलेख प्रेषित किया है .. सपरिवार आपको दीपावली की शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी देता आलेख......शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंअच्छी बात लिखी है आपने
जवाब देंहटाएंद्विवेदी जी, आपका सुझाव उचित है। पर आजकल की पीढी के पास धैर्य नाम की चीज ही कहां है। वह तो 'अभी लगाओ अभी फायदा' के तर्ज पर यकीन करती है। एक आध को बताने की कोशिश की, तो उसका उत्साह ही डाउन हो गया। ऐसे में न चाहते हुए फिर उसे ट्रांसलिटरेशन के बारे में बताना पड़ा।
जवाब देंहटाएंआपने गज़ब का उपाय बताया है अगर किसी मित्र के ब्लॉग में महीनों तक कमेन्ट करने की इच्छा ना हुई तो फिर मिलता जुलता बहाना हम भी बना लेंगे :)
जवाब देंहटाएंdhanyawad
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंबहुत जानकारीपूर्ण पोस्ट. समय लेने के लिए हमें के साथ अपने विचार साझा करने के लिए धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंइस लेख में कुछ समय में दिलचस्प अंक हैं, लेकिन मुझे नहीं पता है अगर मैं उनमें से सभी दिल को केंद्र देखते हैं. वहाँ कुछ वैधता है, लेकिन मैं पकड़ राय ले जब तक मैं इसे में आगे दिखेगा. अच्छा लेख, धन्यवाद और हम और अधिक चाहते हैं! के रूप में अच्छी तरह से FeedBurner जोड़ा गया
जवाब देंहटाएंमैंने अपना ब्लॉग अपने नाम 'सुधीर कुमार सोनी 'के नाम से बनाया है उसमे पोस्ट भी हो रही है लेकिन वह अपने लिंक से खुलता नहीं है ,उसमें कुछ ब्लॉग के लोंगो लगा है ललेकिन वहा दुसरे ब्लॉग में नहीं दीखता मतलब उसका प्रचार नहीं कर प् रहा हूँ |महत्पूर्ण बात यह है उसके लिंक से किसी और से खुल नहीं रहा है ,कृपया उपाय सुझाएँ |
जवाब देंहटाएंSoni ji aapki baat samajh men nahi aa rahi kripya apne blog ka link dete huye vistar se likhen. Is sambandh men aap is post ko bhi dekhen, shayad aapke kaam aa jaaye; http://me.scientificworld.in/2011/08/blogs-essential.html
हटाएंupyogi
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा है ये।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सर
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत आभार महोदय आपकें इस लेख के माध्यम सें हम सभी भाई बहनों कों बहुत सी जानकारी मिली । महोदय आपनें शुध्द हिन्दी में लेख लिखकर हमारें भाषा को और सरल बनाया आप हमेशा अपनें ब्लॉग में निरन्तर गतिविधी देतें रहें । आपका धन्यवाद । महोदय मैनें भी आपकें आदर्शो पर चलतें एक लेख लिखा हैं जो पूर्नत: हिन्दी भाषा में हैं मैं आपकों अपनें ब्लॉग को पढने का आमंत्रित करता हूॅं मेरा ब्लॉग का पता हैं.......https://thelectureschool.blogspot.in
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सर जी
जवाब देंहटाएंKya ye sirf computer me hi ho sakta he?
जवाब देंहटाएंYa mobile me bhi aajata he?
Mai ek blog bana raha hnu tableegh jamat lekin jaise hi naam dalta hnu to no invalid in your blog not suported
जवाब देंहटाएंJanmashthi mubarak ho
जवाब देंहटाएंHi
जवाब देंहटाएंHi
जवाब देंहटाएंThanks
जवाब देंहटाएंthanks
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंSir mera blog ka adras aur post adras serch karne eak sath dektha h kese post ko hataye
Wah! BahutBadhiy !! BahutKhub !!! Bahut Dinose Aisa Articale Dhund Rahatha So Aaj
जवाब देंहटाएंMil Gaya. Shukriya!
इसके लिए आप को बहुत बहुत धंन्यवाद।
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी। मैं भी एक हिंदी साहित्य को समर्पित ब्लॉग शुरू करना चाहती हूँ। कृपया मार्गदर्शन करिए।
जवाब देंहटाएंThis is important for us.thank u sir
जवाब देंहटाएंशानदार जानकारी देने के लिए साधुवाद
जवाब देंहटाएं