बहुत पहले से ये सुनते और पढ़ते आए हैं कि वाइरस एक तरह का प्रोग्राम होता है, जो चुपके से आपके कम्प्यूटर में 'उल्टा-सीधा' करने ...
बहुत पहले से ये सुनते और पढ़ते आए हैं कि वाइरस एक तरह का प्रोग्राम होता है, जो चुपके से आपके कम्प्यूटर में 'उल्टा-सीधा' करने लगता है। यह आपकी सूचनाएं नष्ट कर सकता है, आपके सिस्टम को बिगाड़ सकता है और आपकी सूचनाएं कहीं अन्यत्र भी पहुंचा सकता है। यह आपकी पेन ड्राइव में हो सकता है, यह आपके कम्प्यूटर में हो सकता है और यह आपके ब्लॉग में भी हो सकता है?
क्या सचमुच ब्लॉग में वाइरस संभव है?
मैं एक तकनीकी ज्ञान रहित व्यक्ति हूं। मुझे ज्यादा जानकारियां नहीं रहतीं। ज्यादातर मामलों में मैं इन सब मामलों में अपने मित्र विनय प्रजापति पर निर्भर रहता हूं। वे एक विनम्र, सज्जन, मददगार व्यक्ति हैं और तकनीक के महारथी भी। उन्होंने ही मुझे बताया कि ब्लॉग पर वाइरस संभव नहीं है। कम से कम ब्लॉग स्पॉट के ब्लॉग पर तो नहीं। क्योंकि इसमें समस्त सामग्री गूगल के सर्वर पर रहती है। गूगल जैसी कंपनी इस बात के विशेष इंतजाम रखती है कि किसी भी तरह से कोई ऐसी सामग्री अपने सर्वर पर नहीं आने देती, जो वाइरस से ग्रसित हो। यदि कोई ऐसी सामग्री आती भी है, तो वह उसे झटपट वाइरस रहित बना देती है। ऐसी दशा में ब्लॉग स्पॉट पर स्थापित ब्लॉगों में वाइरस होना संभव ही नहीं है। हां जो लोग अपनी व्यक्गित होस्टिंग के द्वारा अपने ब्लॉग चलाते हैं, उनमें वाइरस का घुसना कोई बड़ी बात नहीं।
कहां से आया ब्लॉग में वाइरस?
अभी परसों की ही बात है। 'तस्लीम' और 'साइंस ब्लॉगर्स असोसिएशन' पर अचानक मेरा कम्प्यूटर वाइरस शो करने लगा। मैं अभी तक 'अवास्ट' फ्री होम एडीशन एंटीवाइरस इस्तेमाल कर रहा था। यह एंटीवाइरस वेबपेज पर वारइस शो करने के साथ ही उस पेज को बंद भी कर दे रहा था। यह देखकर मैं फौरन विनय भाई की शरण में गया। उन्होंने बताया कि कभी-कभी फ्री वर्जन वाले एंटीवाइरस इस तरह की दिक्कत करने लगते हैं। उनकी सलाह पर मैंने इसेट नॉड-32 एंटीवाइरस (ESET NOD32 Antivirus 4) का ट्रायल वर्जन इंस्टाल कर लिया। विनय भाई के अनुसार फ्री वर्जन में यह सबसे शानदार एंटीवाइरस है, जो एक माह के टा्यल पर मिलता है। (सिर्फ एक माह, आगे की लाइफ कैसे कटेगी? कटेगी भई मस्त कटेगी। इसका भी जुगाड़ है। पर, इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा अगली किसी पोस्ट में करूंगा) अवास्ट हटाने के बाद 'तस्लीम' एवं 'साइंस ब्लॉगर्स एसोसिएशन' पर वाइरस दिखना बंद हो गया है और पेज आसानी से खुल रहे हैं।
लेकिन मुझे लग रहा है कि इस बार समस्या कुछ गहरी है। मेरे कम्प्यूटर तो ये ब्लॉग सही से खुल रहे हैं, पर लग रहा है कि अन्यत्र वे तथाकथित वाइरस गड़बड कर रहा है। क्योंकि पिछले दो दिनों में इन दोनों ब्लॉगों पर पाठकों की काफी कम उपस्थिति दर्ज हुई है। मेरे संज्ञान में ज्यादातर लोग फ्री वर्जन के एंटीवाइरस ही इस्तेमाल करते हैं। इसलिए मुझे लग रहा है कि अन्य कम्प्यूटरों पर इंस्टाल एंटीवाइरस इन ब्लॉगों को अभी भी वाइरस ग्रसित घोषित करके ब्लॉक कर रहे होंगे।
जावा स्क्रिप्ट के द्वारा ब्लॉग में वाइरस आ सकता है?
जानकारी लोग बताते हैं कि ब्लॉग पर वाइरस जावा स्क्रिप्ट के द्वारा भी आ सकता है। लेकिन मैंने न तो इधर काफी दिनों से ब्लॉग पर कोई जावा स्क्रिप्ट लगाई है और न ही कोई विजेट। यदि कमेंट के द्वारा लिंक के जरिए वाइरस आने की संभावना (जोकि मेरे जानकारी में न के बराबर है) होती हो, तो एक आशंका यह थी कि पिछले दिनों किसी व्यक्ति ने किसी कमेंट के द्वारा कोई ऐसा लिंक वगैरह चेंप दिया हो, जिससे वाइरस शो करने लगा हो। लेकिन मैं अपने सभी ब्लॉग पर एक सप्ताह से पुरानी पोस्टों पर मॉडरेशन ऑन रखता हूं। और एक सप्ताह के अंदर वाली सभी पोस्टें इस तरह के किसी भी आशंका उत्पन्न करने वाले कमेंट से पूर्णत: मुक्त हैं।
ऑनलाइन वाइरस चेकिंग:
कुछ वेबसाइट ऑललाइन वेबपेजों में वाइरस चेक करने की सुविधा देती हैं। ऐसी ही एक साइट है वाइरस टोटल (VIRUS TOTLA is a service that analyzes suspicious files and URLs)। इस साइट में चेक करने पर यह इन ब्लॉगों को 'मालवेयर साइट' के रूप में शो कर रहा है।
ऐसे में समझ में यह नहीं आ रहा कि यह वाइरस का लफ्ड़ा कैसे हो गया? आखिर क्यों अवास्ट मेरे ब्लॉग पर वाइरस की सूचना दे रहा है? आपके पास कोई जानकारी हो, तो कृपया शेयर करें। क्या अवास्ट की इस चेतावनी में वाकई दम है? या फिर यह एंटीवाइरस द्वारा किसी संदेहास्पद चीज को वाइरस समझ लेने के कारण ही है? ऐसे में मुझे क्या करना चाहिए? कृपया ब्लॉग जगत के तकनीकी विशेषज्ञ राह सुझाएं।
ऐसा होगा तो नई समस्या बन जायेगी,आभार.
जवाब देंहटाएंएण्टी वायरस को भी अपडेट करते रहना होगा।
जवाब देंहटाएंहमें तो आपकी ही अगली पोस्ट का इंतजार रहेगा .
जवाब देंहटाएंयह समस्या तो कभी कभी हमें भी महसूस होती है । शायद कोम्प्यूटर में ही वायरस हो ।
जवाब देंहटाएंसाइड बार से सभी कोड निकाल दें . अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
जवाब देंहटाएं1. आप ने व्यर्थ ही कमेंट बन्द कर दिए हैं। कमेंट्स भी गूगल के जरिए ही आते हैं। इस कारण उन में वायरस संभव नहीं है। यह किसी विजेट के कारण था और अब नहीं बता रहा है।
जवाब देंहटाएं2. मेरे पास अवास्ट प्रोफेशनल है, वह भी वायरस बता रहा था। इस कारण अवास्ट को हटाना भी उचित नहीं था। लेकिन कभी कभी अवास्ट किसी नए प्रोग्राम पर संदेह करता है और वायरस बताता है। लेकिन बाद में उस की जाँच करने के बाद उसे वायरस की परिभाषा से अलग भी कर देता है। मेरे विचार से यह अतिरिक्त सुरक्षा के कारण है। मुझे लगता है कि अवास्ट केवल उन्हीं प्रोग्राम को वायरस घोषित नहीं करता जो उस की परिभाषा में होते हैं। अपितु संदेहास्पद प्रोग्रामों को भी आरंभ में वायरस घोषित करता है। यह वैसे ही है कि आप निरापद होते हुए है भी कभी पुलिस आप को रोक ले और जाँच के बाद आप को जाने दे।
3. आप निश्चिंत हो कर टिप्पणियाँ चालू कर सकते हैं। (मेल से प्राप्त)
मासूम जी, सभी विजेट एक से भी ज्यादा पुराने हैं, ऐसे में उनके द्वारा वाइरस बताना समझ में नहीं आ रहा।
जवाब देंहटाएंद्विवेदी जी, यह जानकर खुशी हुई कि अब अवास्ट वाइरस नहीं बता रहा है। वर्ना मैं तो यही सोच के चिंतित हो रहा था कि कहीं लोग इन ब्लॉगों पर जाना ही न बंद कर दें। :)
जवाब देंहटाएंमैंने कमेंट बंद नहीं किये हैं, सिर्फ एक सप्ताह से पुरानी पोस्टों पर मॉडरेशन लगा दिया है, क्योंकि 'तस्लीम' एवं 'साइंस ब्लॉगर्स एसोसिएशन' की पुरानी पोस्टों पर अश्लील वेबसाइटों के लिंक वाले बेशुमार कमेंट आते हैं।
और हां अवास्ट फ्री वर्जन में किसी प्रोग्राम को वाइरस बताने पर उसे इसके लिए मना करने की सुविधा नहीं है, जबकि इसेट में ऐसी सुविधा है। इसीलिए मैंने अवास्ट हटा कर इसे इंस्टाल कर लिया है।
ब्लॉग पर जो दूसरी साइटों के विज्ञापन बगैहरा के लिंक होते हैं वे भी वायरस के वाहक हो सकते हैं. लेकिन यदि आपके कंप्यूटर पर अच्छा व अपडेटेड बायरस क्लीनर है तो वह इन्हें रोक देता है.
जवाब देंहटाएंआज 14 - 08 - 2011 को आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है .....
जवाब देंहटाएं...आज के कुछ खास चिट्ठे ...आपकी नज़र .तेताला पर
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बढिया जानकारी।
जवाब देंहटाएंmere bhi avast hi hai , koi virus alert to nahi aaya :)
जवाब देंहटाएंनिजी डोमेन व सर्वर वाले ब्लॉगों में वायरस की समस्या ज्यादा रहती है. ब्लॉगर ब्लॉग में यदि थर्डपार्टी स्क्रिप्ट डाले गए हैं तो समस्या बन सकती है. यदि आपके ब्लॉग के पासवर्ड को किसी तरह से कम्प्रोमाइज कर आपके ब्लॉग टैम्प्लेट में भी कोई स्क्रिप्ट घुसा दिया गया हो तो भी वायरस की समस्या हो सकती है. वर्डप्रेस.कॉम के ब्लॉगों में (स्वयं के डोमेन में वर्डप्रेस से चलने वाले ब्लॉग नहीं) चूंकि स्क्रिप्ट इत्यादि आप डाल नहीं सकते अतः यह आमतौर पर सुरक्षित रहता है.
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट पर आई टिप्पणियों से काफी जानकारी मिली ..आभार
जवाब देंहटाएंरतलामी जी, जानकारी के लिए आभार।
जवाब देंहटाएं@ ज़ाकिर अली रजनीश साहब ,
जवाब देंहटाएंयह भी अंतर्जालीय जीवन का एक हिस्सा है ! आगे भी ऐसाइच चलता रहेगा ! विनय प्रजापति से दोस्ती बनाये रखिये :)
जेब ढीली करिये...अपडेट बने रहिये ! खुद भी हौसले से काम लीजिए और मुझ जैसे तकनीकी रूप से कमजोर बंदे को डराइये मत :)
सार्थक जानकारी दी है रजनीश जी.dete rahe और हम जैसे अज्ञानियों को भी कुछ ज्ञान देने ke liye यहाँ जुटे रहें आभार
जवाब देंहटाएंनयी ४-५ पोस्ट जिसमें कोई तस्वीर लगई हो उसका html view करके देखिएं. यदि कोई बड़ा कोड मिले तो निकाल दें. वैसे मैं फिर कहूँगा सभी कोड निकाल के दो दिन देखें . सही हो जाएगा.
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंसब कुछ संभव है
जवाब देंहटाएं-- बिना एंटीवायरस के भी वायरस हटाना
-- अपनी जरूरतों के हिसाब से थर्ड पार्टी सोफ्टवेयर द्वारा कस्टमाइज करना
आपके मित्र ने जुगाड़ की बात सही कही है, मित्र बता ही देंगे :)
कंप्यूटर में सभी जुगाड़ किये जा सकते हैं :)
बहुत उपयोगी प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंस्वतन्त्रता की 65वीं वर्षगाँठ पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
स्वाधीनता दिवस की हार्दिक मंगलकामनाएं।
जवाब देंहटाएंजानकारी के लिए धन्यवाद. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें...
जवाब देंहटाएंसादर,
डोरोथी.
जानकारी के लिये धन्यवाद । वैसे विन्डोज़ ७ की सिक्यूरिटी सिस्टिम काफी तगडी है । इसी को रन करते रहते हैं हम तो ।
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी ..
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