लोग कहते हैं कि टेक्नालॉजी सहूलियत की चीज होती है। पर कभी-कभी वह इस कदर सरदर्द बन जाती है कि न कुछ कहा जाता है और न बोले बिना रहा जाता है...
लोग कहते हैं कि टेक्नालॉजी सहूलियत की चीज होती है। पर कभी-कभी वह इस कदर सरदर्द बन जाती है कि न कुछ कहा जाता है और न बोले बिना रहा जाता है। मैं ऐसा ही कुछ इन दिनों फील कर रहा हूँ।
मामला ये है कि मैंने पिछले साल अगस्त में इन्टेक्स 6633 मोबाईल खरीदा, जिसमें मेरी जरूरत की सारी चीजें कम पैसों में उपलब्ध थीं। जिसने भी फोन देखा, तारीफ की। तारीफ क्यों न होती, आखिर 4500 रूपये में वाई-फाई, आंसरिंग मशीन, वॉयरलेस एफ0एम0, वॉयस चेंजर जैसी सुविधाएं मिलती कहां हैं। पर अभी 5 ही दिन हुए थे कि वह मोबाईल गायब हो गया। हुआ यूँ कि मैं साप्ताहिक बाजार से घर के लिए सब्जियां वगैरह ले रहा था, तभी किसी ने मेरी जेब से उसे निकाल लिया।
मोबाईल को लिए हुए अभी जुमा-जुमा आठ दिन भी नहीं हुए थे, इसलिए दु:ख तो हुआ। पुलिस में रिपोर्ट लिखवाई, उसके बाद नये सिम इश्यू कराने के बाद सर्विलांस में नम्बर लगवाया। पहले तो वहां पर कोई लिफ्ट नहीं दे रहा था, पर जब मैं अपने ब्लॉग-राग वहां पर थोड़ा सा फैलाया, तो बन्दे ने थोड़ी सी वेटेज दी (ब्लॉगिंग का ये फायदा मैंने कभी नहीं सोचा था)। कुछ दिनों के बाद सर्विलांस के कर्मचारी ने बताया कि आपका मोबाईल ट्रेस हो गया है। यह सुनकर मैं बिलकुल ग्लैड। पर अगले ही क्षण मेरी खुशी काफूर हो गयी, क्योंकि मोबाईल बिहार पहुंच चुका था(नितीश जी, सॉरी। पर यह परम सत्य है।)
मैंने थोड़ी और मशक्कत की, तो सर्विलांस के कर्मचारी ने फोन को यूज करने वाले व्यक्ति का पता भी निकलवा दिया। पता भागलपुर का है और फोन को यूज करने वाले व्यक्ति का नाम दीपक कुमार है। मैंने जब सर्विलांस वाले बंदे को थोड़ा मस्का-पॉलिश लगाया, तो वह अपने हाथ खडे करता हुआ बोला कि अगर आपका फोन यू0पी0 में होता, तो मैं उसे वापस करवा देता, पर बिहार में मैं कुछ नहीं कर सकता।
मैं निराश-हताश घर वापस आ गया और फोन को भूलने के लिए मानसिक रूप से तैयार करने लगा। पर तभी तकनीक ने अपना चमत्कार दिखाया। दरअसल फोन में मोबाईल ट्रैकर साफ्टवेयर भी पडा हुआ था। कुछ दिनों के इंतजार करने के बाद फोन के वर्तमान मालिक ने उसमें अपने दो नम्बर डाले और यूज करने लगा। यहां तक बात होती, तो भी गनीमत थी। नये मालिक साहब कुछ रंगीन टाइप के हैं। वे हर सप्ताह उन सिमों को एक स्लॉट से दूसरे स्लॉट में पलटते रहते हैं। और जितनी बार वे किसी स्लॉट में नया सिम डालते हैं, उतनी बार एक नया एस0एम0एस0 मेरे पास आ जाता है: 'योर इंटेक्स-6633 मोबाईल यूज्ड बाई मी'।
जितनी बार यह एसएमएस आता है, मेरा एक चुल्लू खून घट जाता है। अब न तो मैं उसे भूल पा रहा हूँ और न ही उसे पा ही सकता हूँ। कुछ लोगों ने कहा कि उन नम्बरों पर फोन करो। मैंने कहा कि फोन करने से क्या होगा। क्या वह फोन को मेरे घर आकर दे जाएगा।
इधर पिछले कुछ दिनों से यह पीड़ा लगातार बढ़ती जा रही है। समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करूं? ऐसे में ज़ेहन में एक ही बात कौंध रही है कि क्या है कोई माई का लाल ब्लॉगर, जो भागलपुर या उसके आस-पास रहता हो? मोबाईल फोन मुझे मिले या न मिले, उसकी चिन्ता नहीं। पर अगर कोई माई का लाल ये एसएमएस आने ही बंद करवा दे, तो मैं वादा करता हूँ कि उसके ब्लॉग पर फ्री में आजन्म टिप्पणियां करता रहूंगा।
शीर्षक देख कर एक बार तो डॉ ही गया था कि क्या हो गया पर अब माजरा समझ में आया तो कोशिश करता हूँ किसी ऐसे ब्लोगर को ढूँढने की जो भागलपुर में रहता हो.
जवाब देंहटाएंसादर
कृपया 'डर ही गया था पढ़ें'.
जवाब देंहटाएंaap ke paas yae sms jis phone par aataa haen us phone par apnae is number ko screen mae daal dijiyae yaani block kar deejiyae
जवाब देंहटाएंauar agar kaam ho jaaye to naari blog par aajeevan teepnai karnii hi hogee aur wo bhi har baat ki sehmati ki
जाकिर साहब,
जवाब देंहटाएंयह तो ट्रेक की सुविधा ही आपके लिये दुविधा हो गई!!?
रचना जी ने आपको सटीक उपाय दे दिया है। शर्तों के अनुसार आपको अब आजन्म नारी ब्लॉग पर टिप्पणीयाँ देनी है और वह भी सहमति वाली।
अब फिर पोस्ट न बनाएँ कि ईनाम देना भी सज़ा हो गई कोई उबारो!! :))
चलिए, शुरु हो जाईये नारी ब्लॉग पर टिप्पणियाँ करना...
जवाब देंहटाएंसर मुंडाते ही ओले पडने वाली स्थिति बन गई है क्या ?
जवाब देंहटाएंज़ाकिर भाई!मैं बिहारी तो हूँ,लेकिन भागलपुर से उतना ही दूर जितना स्वयं आप! चलिए तकनीक ने चोर का पता तो चला दिया!! एक वैज्ञानिक ब्लोगर होने का फायदा तो पहुंचा!!
जवाब देंहटाएंउपसंहार:-
जवाब देंहटाएंइस प्रकार का फ़ोन खोने से पहले हज़ार बार सोचना चाहिये.
थोड़ी प्रतीक्षा करें, कभी वह दिल्ली आये तो निपट लीजियेगा।
जवाब देंहटाएंआपको माई का लाल ब्लॉगर नहीं
जवाब देंहटाएंभागलपुर का किसी भी रंग का ब्लॉगर चाहिए
कुछ खर्चा पानी कीजिए
तो आपका फोन मिल सकता है
कुछ भी असंभव नहीं है
तैयार हो तो बोलो हां
नहीं तो चुप लगाओ
दूर है जहां।
क्या इसमें बोलकर रास्ता बतलाने वाला जीपीएस भी था क्या
जवाब देंहटाएंbhai sahab mere sath bhi kuchh aisa hi ghata hai! lekin mera to sayad trace hi nahi ho paya hai jab ki hai delhi men kyunki aakhiri baar chor bhaisahab ne mujhe call kiya tha mere dost ke no. per jo ki recent dial men tha! ab to mai use bhul bhi gaya tha par aak ke is lekh ke baad mera khun bhi jalne laga hai! bhagalpur men mere mitra hai jo blogger nahi hai!
जवाब देंहटाएंउन नम्बरों पर बार-बार फोन और एस एम एस कीजिये और बताईये कि आपके पास चोरी का फोन है।
जवाब देंहटाएंप्रणाम
जिन नम्बरों से sms आते हैं, उन नम्बरों को ब्लॉक करने से sms आने बंद हो जायेंगे। लेकिन उस फोन में जब कोई नयी सिम डालेगा तो फिर से ऐसा ही होगा।
जवाब देंहटाएंप्रणाम
ये आजन्म टिप्पणी भेजने वाल सौदा महँगा न पड जाय.
जवाब देंहटाएंहम न बिहार में है न उस चोर को पकड सकते हैं, केवल शुभकामनाएं दे सकते है को कोई मैकल आप की मदद करें :)
जवाब देंहटाएंअब तो जो वादा किया वो निभाना पडेगा………
जवाब देंहटाएंरचना जी के ब्लोग पर टिप्पणी करना पडेगा………
http://www.veethi.com/All-India-Government-and-Community-Aadampur-Police-Station-yellowpages_list_details-list_id-178484.htm
जवाब देंहटाएंis link par bhagal pur kae ek police station kaa number haen
sampark karkae unsae bhi agrah kiyaa ja saktaa haen ki phone ko vapis bhijvaaye yaa tracker disable karvaaye
aur sabsey badii baat aap unko suchit to kar hi saktey haen ki phone chori kaa haen aur yahaan use ho rahaa haen aur aap fir darj kar chukae haen
कोशिश कीजिये ज़रूर मिल जायेगा! हिम्मत मत हारिये!
जवाब देंहटाएंअभी तक कोई भागलपुरिया आया कि नहीं?
जवाब देंहटाएंआपकी इस समस्या का समाधान तो कोई भागलपुरिया ही कर सकता है
जवाब देंहटाएं..
जवाब देंहटाएंभली कही आपने... आने जाने का मार्ग-व्यय निर्धारित कर लें,
मैं आपकी सहायता कर सकता हूँ.... आपसे आजीवन टिप्पणियाँ बटोरना मँहगा सौदा है,
क्योंकि इसके लिये मुझ काहिल को आजीवन पोस्ट भी लिखना पड़ेगा, भली कही आपने ।
इस दर्द के मुक्तभोगी हम भी है.. एक बार तो दिल चाहा कि हम वह फोन ही बन्द करवा दें लेकिन फिर सोचा...हम से भी ज़्यादा ज़रूरतमन्द होगा...लेकिन मोबाइल खोने का दर्द रतीभर भी खत्म नही हुआ... खैर... रचनाजी के उपाय कारग़र हो तो टिप्पणी के लिए हमेशा तैयार रहिएगा....
जवाब देंहटाएंdua karti hoon ki is phone vaale bhoot se aapko jaldi chutkara mile.
जवाब देंहटाएंपति द्वारा क्रूरता की धारा 498A में संशोधन हेतु सुझावअपने अनुभवों से तैयार पति के नातेदारों द्वारा क्रूरता के विषय में दंड संबंधी भा.दं.संहिता की धारा 498A में संशोधन हेतु सुझाव विधि आयोग में भेज रहा हूँ.जिसने भारतीय दंड संहिता की धारा 498-ए के दुरुपयोग और उसे रोके जाने और प्रभावी बनाए जाने के लिए सुझाव आमंत्रित किए गए हैं. अगर आपने भी अपने आस-पास देखा हो या आप या आपने अपने किसी रिश्तेदार को महिलाओं के हितों में बनाये कानूनों के दुरूपयोग पर परेशान देखकर कोई मन में इन कानून लेकर बदलाव हेतु कोई सुझाव आया हो तब आप भी बताये.
जवाब देंहटाएंRachna ji, Jind No, pe SMS aate hain, unmen BLOCK karne ki suvidha nahi hai.
जवाब देंहटाएंLagta hai iske liye is suvidhayukt cell hi Khareedna Parega. :)
Rachna ji, BHAGALPUR ke SP ko Sprrd Post se FIR ki Copy attach karke bhej chuka hoon, par kisko fursat hai in sab kaamon ki?
जवाब देंहटाएंDinesh ji, Abhi tak koi Bhagalpuriya to nahi aaya, par PAWAN KUMAR MISHRA ji ne apne ek Studebt Blogger ka pata diya hai. Maine Unse baat ki hai, dekhte hain kya hota hai.
जवाब देंहटाएंAvinash ji, Kharcha Paani to kar doonga, par phone dilwane ki jimmedari leni padegi.
जवाब देंहटाएंSohil ji, sochta hoon ki phone to gaya, saath men phone aur SMS karke kyon paise barbaad karoon?
जवाब देंहटाएंAmar ji, Aapki sahayta ki prateeksha rahegi.
जवाब देंहटाएंये भी खूब रही!
जवाब देंहटाएंतकनीक तो है
लेकिन
आपकी दो दो तीन तीन लिंक वाली टिप्पणियाँ स्पैम में चले जाती हैं
आजीवन टिप्पणी आप तो कर देंगे लेकिन हमें मिलेगीं ही नहीं तो क्या लाभ :-)
kyaa aap nae kabhie koshish kee haen
जवाब देंहटाएंki usko sms kae jariyae yae suvidha disable karnae kaa tarika bataa dae
भाई साहेब ! अगर कोई भाग के भागलपुर चला गया तो इसमें भला आप का क्या दोष?
जवाब देंहटाएंदोष तो आपका तब भी नहीं होता, जब की वो चोरी कर के कहीं नहीं जाता |
जाने दीजिये न बेचारे गरीब को, महागा फ़ोन तो खरीद नहीं सकता था, अतः चुरा लिया |
या ये भी हो सकता है की चोर ने चोरी का माल उसे बेच दिया हो!
आप अगर एस ऍम एस से छुटकारा पाना चाहते हैं तो, उन भाई साहब को कॉल कर के बोलिए की सेट्टिंग में जाके आपका नंबर डिलीट कर दे, जहाँ पे आपने सेट किया होगा की जब नंबर बदला जाये तो मुझे एस एम् एस आये !
वैसे मैं आपको सबसे आसन तरीका बता रहा हूँ, की जिस नंबर पे एस एम् एस आ रहा है, उसे नंबर को ही कहेंगे कर दीजिये, मामला ही ख़तम !