अगर आप इस गुमान में हैं कि आपका ब्लॉग, आपका जीमेल एकाउंट आपकी बपौती है, तो आप बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं। गूगल अथवा अन्य कम्पनी आपका एकाउं...
अगर आप इस गुमान में हैं कि आपका ब्लॉग, आपका जीमेल एकाउंट आपकी बपौती है, तो आप बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं। गूगल अथवा अन्य कम्पनी आपका एकाउंट कभी भी डिसेबिल कर सकती है। और उसके बाद आप कभी उसे एक्सेस नहीं कर पाएंगे। यानी की उसके बाद आप ब्लॉग हमेशा के लिए बंद और आपका मेल खाता भी जब्त। क्या कहा आपने? आपको यकीन नहीं हो रहा? तो फिर ये इमेज देखिए-
बात को ज्यादा रहस्यात्मक न बनाते हुए मैं साफ-साफ बता दूं कि मेरी पत्नी अर्शिया का गूगल एकाउंट (aliarshia786) पिछले कुछ दिनों से डिसेबल है। न तो उनकी आई डी से उनका ब्लॉग गुल रहा है और न ही ईमेल एकाउंट। मैंने इस सम्बंध में गूगल से इसका कारण भी पूछा है, लेकिन 48 घण्टे से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी कोई जवाब नहीं आया है। अब मेरी बुद्धि इस बारे में काम नहीं कर रही है। अगर आप लोगों को कोई रास्ता सूझ रहा हो, तो कृपया बताने की कृपा करें।
कहते हैं आदमी अपने अनुभवों से ही सीखता है। मेरे साथ कल एक इसी से मिलता जुलता वाकया और हुआ, जिसे आपके साथ शेयर करना मैं बहुत जरूरी समझता हूँ। हुआ यूँ कि कल शाम को चार बजे विनय भाई का फोन आया कि मैं उनके सिस्टम पर वायरस अटैक हुआ है। चूँकि मेरे ब्लॉग के पासवर्ड वगैरह उनके पास नोट रहते हैं, इसलिए उन्होंने कहा कि मैं अपने एकाउंड का पासवर्ड तुरंत बदल लूँ। मैं पासवर्ड बदल ही रहा था कि तथी मोबाइल की घण्टी बजने लगी। दोनों काम एक साथ होने के कारण मैं पासवर्ड को लेकर कन्फ्यूज हो गया। नया पासवर्ड एक्सेप्ट कर लिया गया था। जब मैंने एक बार साइन आउट करने के बाद दुबारा लॉगिन किया, तो गूगल ने पासवर्ड को नये पासवर्ड को गलत बता दिया। जाहिर सी बात है कि मैं ही लिखने में कहीं गल्ती कर रहा था। मैंने उसमें जितनी सम्भावनाएं हो सकती थी, उतने ऑप्शन ट्राई किये, लेकिन बात नहीं बनी। यह देखकर मेरे हाथ पैर फूल गये। क्योंकि संवाद डॉट कॉम के मैनेजमेन्ट के साथ मेरे तीन ब्लॉग सिर्फ इसी आईडी से जुड़े थे। और अगर यह आईडी गई, तो मेरे ब्लॉग भी गये।
तभी मुझे ध्यान आया कि मैंने गूगल एकाउंट में अपने मोबाईल फोन को भी अटैच कर रखा है। फौरन मैंने पासवर्ड मंगाने के लिए उस ऑप्शन का प्रयोग किया। और अगले ही पल मेरे एकाउंड को वेरीफाई करने का कोडवर्ड मेरे एसएमएस बॉक्स में था। जब मैंने उसे वेरीफिकेशन कोड को यूज किया, मेरा एकाउंट फिर से सजीव हो गया। यह देखकर मेरी जान में जान आई और मैंने राहत की सांस ली। लेकिन यदि मैंने अपने मोबाईल को गूगल एकाउंट से न जोड़ा होता, तो?
इसलिए ठोकर लगने के बाद मुझे तो जबरदस्त सीख मिली हैं, जो मैं आपके साथ बाँटना चाहता हूँ। पहली सीख तो यह कि अपने गूगल एकाउंट की व्यक्तिगत सेटिंग में जाकर अपने मोबाईल को अवश्य रजिस्टर्ड करा दें। ताकि कभी पासवर्ड भूलने की स्थिति में एकाउंट हैक होने की स्थिति में वह काम आ सके। दूसरी सीख यह कि आप अपने सभी ब्लॉग को कम से कम अपनी दो मेल आई डी से अवश्य जोड़ लें, ताकि कभी यदि एक एकाउंट किसी वजह से डिसेबल भी हो जाए, तो भी आपके ब्लॉग बंद न हों।
अरे हाँ, याद आया कि कुछ दिन पहले पाबला जी ने अपने ब्लॉग के बैकअप लेकर रखने को कहा था। ओह, आलस में वह भी भूल गया। ...अभी लूता हूँ सारे ब्लॉग के बैकअप, क्योंकि पता नहीं गूगल बाबा कब क्या कर दें..... और हम हाथ मलते रह जाएँ।
बात को ज्यादा रहस्यात्मक न बनाते हुए मैं साफ-साफ बता दूं कि मेरी पत्नी अर्शिया का गूगल एकाउंट (aliarshia786) पिछले कुछ दिनों से डिसेबल है। न तो उनकी आई डी से उनका ब्लॉग गुल रहा है और न ही ईमेल एकाउंट। मैंने इस सम्बंध में गूगल से इसका कारण भी पूछा है, लेकिन 48 घण्टे से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी कोई जवाब नहीं आया है। अब मेरी बुद्धि इस बारे में काम नहीं कर रही है। अगर आप लोगों को कोई रास्ता सूझ रहा हो, तो कृपया बताने की कृपा करें।
कहते हैं आदमी अपने अनुभवों से ही सीखता है। मेरे साथ कल एक इसी से मिलता जुलता वाकया और हुआ, जिसे आपके साथ शेयर करना मैं बहुत जरूरी समझता हूँ। हुआ यूँ कि कल शाम को चार बजे विनय भाई का फोन आया कि मैं उनके सिस्टम पर वायरस अटैक हुआ है। चूँकि मेरे ब्लॉग के पासवर्ड वगैरह उनके पास नोट रहते हैं, इसलिए उन्होंने कहा कि मैं अपने एकाउंड का पासवर्ड तुरंत बदल लूँ। मैं पासवर्ड बदल ही रहा था कि तथी मोबाइल की घण्टी बजने लगी। दोनों काम एक साथ होने के कारण मैं पासवर्ड को लेकर कन्फ्यूज हो गया। नया पासवर्ड एक्सेप्ट कर लिया गया था। जब मैंने एक बार साइन आउट करने के बाद दुबारा लॉगिन किया, तो गूगल ने पासवर्ड को नये पासवर्ड को गलत बता दिया। जाहिर सी बात है कि मैं ही लिखने में कहीं गल्ती कर रहा था। मैंने उसमें जितनी सम्भावनाएं हो सकती थी, उतने ऑप्शन ट्राई किये, लेकिन बात नहीं बनी। यह देखकर मेरे हाथ पैर फूल गये। क्योंकि संवाद डॉट कॉम के मैनेजमेन्ट के साथ मेरे तीन ब्लॉग सिर्फ इसी आईडी से जुड़े थे। और अगर यह आईडी गई, तो मेरे ब्लॉग भी गये।
तभी मुझे ध्यान आया कि मैंने गूगल एकाउंट में अपने मोबाईल फोन को भी अटैच कर रखा है। फौरन मैंने पासवर्ड मंगाने के लिए उस ऑप्शन का प्रयोग किया। और अगले ही पल मेरे एकाउंड को वेरीफाई करने का कोडवर्ड मेरे एसएमएस बॉक्स में था। जब मैंने उसे वेरीफिकेशन कोड को यूज किया, मेरा एकाउंट फिर से सजीव हो गया। यह देखकर मेरी जान में जान आई और मैंने राहत की सांस ली। लेकिन यदि मैंने अपने मोबाईल को गूगल एकाउंट से न जोड़ा होता, तो?
इसलिए ठोकर लगने के बाद मुझे तो जबरदस्त सीख मिली हैं, जो मैं आपके साथ बाँटना चाहता हूँ। पहली सीख तो यह कि अपने गूगल एकाउंट की व्यक्तिगत सेटिंग में जाकर अपने मोबाईल को अवश्य रजिस्टर्ड करा दें। ताकि कभी पासवर्ड भूलने की स्थिति में एकाउंट हैक होने की स्थिति में वह काम आ सके। दूसरी सीख यह कि आप अपने सभी ब्लॉग को कम से कम अपनी दो मेल आई डी से अवश्य जोड़ लें, ताकि कभी यदि एक एकाउंट किसी वजह से डिसेबल भी हो जाए, तो भी आपके ब्लॉग बंद न हों।
अरे हाँ, याद आया कि कुछ दिन पहले पाबला जी ने अपने ब्लॉग के बैकअप लेकर रखने को कहा था। ओह, आलस में वह भी भूल गया। ...अभी लूता हूँ सारे ब्लॉग के बैकअप, क्योंकि पता नहीं गूगल बाबा कब क्या कर दें..... और हम हाथ मलते रह जाएँ।
Are Baap re. Aisa bhi hota hai?
जवाब देंहटाएंha sahi he mera sath bhi assa hi huwa tha
जवाब देंहटाएंmagar me bhi aap ke hi tarike se bacha paya
करेंगे क्या पाबला जी ने जब बताया था बैक पर ब्लोग्स का तभी ले लिया था ।
जवाब देंहटाएंयदि ऐसा हो गया तो गूगल को कहेंगे ....जा तू भी किसी दिन डिसेबल हो जाएगा ...तेरा भी बेडा गर्क हो जाएगा गूगल ..और भी जितने तरह के प्रलाप संताप हैं सब कर लेंगे
oh! really very important. thanks for sharing
जवाब देंहटाएंregards
पहले तो अभी जाकर बैकअप लेते हैं...
जवाब देंहटाएंबैक अप तो ज़रूरी है।
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी । आभार।
ऐसा मेरे साथ भी हुआ था तभी से मेने wordpess पर जाने का निश्चय किया
जवाब देंहटाएंबहुत ही अहम् जानकारी. सावधान करने के लिए आभार.
जवाब देंहटाएंआपने समय रहते सचेत किया ...हार्दिक आभार ।
जवाब देंहटाएंdoosra mail id kis tarah joda jaa sakta hai batane ki kripa karein ...
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी
जवाब देंहटाएंब्लॉग बैक अप लेने का तरीका यहाँ देखें
यह अच्छी चीज़ आपने शेयर की है ।
जवाब देंहटाएंहाँ सही बात अपनी सुरक्षा अपने हाथ ...बेक-अप ले लें |
जवाब देंहटाएंyeh to kaam ki jaankari hai.
जवाब देंहटाएं[ham to mobile se blog nahin jod sakte..yahan UAE mein yeh suvidha nahin hai,
haan Do ID wala idea already apnaya hua hai.]
इस जानकारी के लिये शुक्रिया
जवाब देंहटाएंजाकिर अली 'रजनीश' जी, आपका ब्लॉग तो जानकारियों का भण्डार है. ज़बरदस्त!
जवाब देंहटाएंहमें लग रहा है कि आप व्यर्थ में ही डर रहे हैं. ऊपर जो फोटो आपने लगाया है, उसमें साफ़-साफ़ यह भी लिखा हुआ है कि
जवाब देंहटाएंIf you believe your account was desabled in error contact us.
इसमें कोई समस्या नहीं है. :)
आप गूगल को अपने किसी दुसरे मेल के द्वारा सूचित करिये, यदि आपने गलती की है तो डिसेबल करना बिलकुल सही होगा और यदि गलती नहीं की है तो फिर से एक्टिव हो जाएगा.
शुभकामनाएं.
टिपण्णी बाद में बाद ..पहले ....मेरा अकाउंट ...तो सेफ कर लूं
जवाब देंहटाएंअजी ये टेक्नोलोजी का जमाना है।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया लगा! इस महत्वपूर्ण जानकारी के लिए धन्यवाद! उम्दा प्रस्तुती!
जवाब देंहटाएंSHAIL JI, Aap apne blog ki Settings men jaake Permissions option ke Zariye kisi bhi nayi id ko invite kar sakte hain.
जवाब देंहटाएंE Guru Rajeev Ji, Google ko mailkar chuka hoon, 4 Din guzar chuke hai aur abhi tak jawab nahi aaya hai.
कई बार गूगल गलती से हमारे ब्लॉग को स्पलॉग में डाल देता है। एक बार मेरे साथ ऐसा हुआ था तब मेरे भी हाथ-पाँव फूल गये थे, गूगल को मेल किया तो उन्होंने कहा कि रिव्यू करेंगे, खैर रिव्यू के बाद मेरा ब्लॉग वापस सक्रिय हो गया। पर आपका मामला कुछ अलग लग रहा है, जैसा मैंने बताया ऐसे मामलों में बस ब्लॉग बंद होता है गूगल अकाउंट नहीं। आपके मामले में अकाउंट ही बंद हो गया है। खैर एक बात तो तय है कि ब्लॉग का बैकअप लेते रहना चाहिये।
जवाब देंहटाएंबधाई हो...चर्चित ब्लॉगरों को।
जवाब देंहटाएंबैकअप लेना जरूरी है, यह तो समझ में आ ही गया है !
जवाब देंहटाएंसुन्दर जानकारी !