पता नहीं क्यों हमें अपने वर्तमान की तुलना में बीता हुआ कल ज्यादा अच्छा लगता है? चाहे बीते हुए दिन हों, चाहे उनकी यादें, रह-रह कर अपना सिर ...

संस्मरण की इस परम्परा को ब्लॉग जगत में भरपूर जगह मिलती रही है। और मुझे तो लगता है कि अगर कविता और समसामयिक लेखन को छोड़ दिया जाए, तो शायद तीसरे नम्बर पर संस्मरणात्मक रचनाएँ ही आती हैं, फिर भले ही वे गद्य रूप में हों अथवा पद्य के फार्म में। तो संस्मरण की इसी विधा को समर्पित है 'संवाद सम्मान' की यह श्रेणी, जिसका मुख्य सम्मान श्री युनूस खान को प्रदान किया जा रहा है।

संस्मरण श्रेणी के नामित सम्मान के लिए सुश्री शिखा वार्ष्णेय जी का चयन किया गया है। शिखा जी यूँ तो साहित्य की अनेक विधाओं में अपनी पकड़ रखती हैं, लेकिन संस्मरण शैली में उनकी पकड़ काबिले तारीफ है। उनके ब्लॉग जगत में किये गये योगदान और नामिनेशन में उनके पक्ष में हुई वोटिंग के आधार पर संवाद समूह सुश्री शिखा वार्ष्णेय जी को संस्मरण श्रेणी के नामित सम्मान से विभूषित करते हुए प्रसन्नता की अनुभूति कर रहा है।
-------------
नोट- 'संवाद सम्मान' सम्बंधी प्रक्रिया एवं अन्य सूचना के लिए कृपया यहाँ चटका लगाएं।
Keywords:
blog awards, blog awards india, indian blog awards, first hindi blog award,
hindi blog awards, award winning blogs, award winning blogger, awarded hindi
bloggers, awarded hindi blogs, samwaad samman
युनूस भाई और शिखा जी को बधाई। इस उम्मीद के साथ कि वे किसी दिन हमारे संस्मरण भी लिखेंगे। पर तारिक जी इनके चित्र और प्रमाण पत्र आपने इस पोस्ट में नहीं लगाए, कुछ विशेष कारण है। बाकी आपके द्वारा किए गए चयन तो निर्विवाद रूप से की गई मेहनत का प्रतिफल हैं। जुटे रहें।
जवाब देंहटाएंअविनाश जी, प्रमाण पत्र लगाए गये हैं, शायद आपके सेट/नेटवर्क में कोई समस्या है, इसलिए ऐसा लगा रहा है।
जवाब देंहटाएंदोनों चयनित ब्लोगर्स को ढेरों बधाइयाँ..यूनुस जी का वाकई जवाब नहीं और शिखा जी की लेखनी के हम कायल हैं...
जवाब देंहटाएंनीरज
यूनुस भाई (जादु के पापा :)) और शिखा जी को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंयूनुस जी और शिखा जी को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंregards
यूनुस जी और शिखा जी को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंयुनूस भाई और शिखा जी को बधाई।
जवाब देंहटाएंआप सभी को रामनवमी की शुभकामनाएं।
यूनुस जी और शिखा जी को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंशिखा जी को मैंने पढ़ा है । बहुत अच्छा लिखती हैं। युनुस को जानना है। दोनों को हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंपता नहीं क्यों हमें अपने वर्तमान की तुलना में बीता हुआ कल ज्यादा अच्छा लगता है? .....
जवाब देंहटाएंआज मैंने भी नानी-दादी की पहेलियों को ययद किया............
......................
विलुप्त होती... नानी-दादी की बुझौअल, बुझौलिया, पहेलियाँ....बूझो तो जाने....
.........
http://laddoospeaks.blogspot.com/2010/03/blog-post_23.html
लड्डू बोलता है ....इंजीनियर के दिल से....
युनुस खान जी और शिखा को हार्दिक बधाई......
जवाब देंहटाएंयुनुस जी को बधाई.. और आप सभी का बहुत शुक्रिया..
जवाब देंहटाएंयूनुस जी और शिखा जी को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंयूनुस जी और शिखा जी को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंयुनुस जी को बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंशिखा तुम्हे भी बहुत बहुत बधाई..पर हमें तो ट्रीट भी चाहिए...मुंबई में :)...ऐसे नहीं छोड़ने वाले हम
दोनों साथियों को बधाई और शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंबी एस पाबला
युनुस जी और शिखा जी को बहुत बहुत बधाई !!
जवाब देंहटाएंचयनित ब्लोगर्स को ढेरों बधाइयाँ...
जवाब देंहटाएंदोनों ही हिंदी ब्लोग जगत की धरोहर हैं ..दोनों को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंअजय कुमार झा
विजेताओं को बधाई!
जवाब देंहटाएंयूनुस और शिखा जी को बधाई।
जवाब देंहटाएंशिखा जी को तो ज्यादा नहीं पढ़ा पर यूनुस जी को शुरु से पढ़ता आ रहा हूँ। अनसुने संगीत और पुराने कलाकारों के बारे में अपने खूबसूरत लहज़े में ब्लॉग के जरिए वो बताते रहे हैं।
विजेताओं को बधाई !
जवाब देंहटाएंयूनुस जी का वाकई जवाब नहीं...शिखा जी को मैंने पढ़ा है,बहुत अच्छा लिखती हैं।यूनुस और शिखा जी को बधाई।
जवाब देंहटाएं