आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि लखनऊ पुस्तक मेला में दिनांक 15 सितम्बर 2009 को उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के निदेशक डा0 सुधाकर अदीब ...
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आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि लखनऊ पुस्तक मेला में दिनांक 15 सितम्बर 2009 को उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के निदेशक डा0 सुधाकर अदीब ब्लॉगर ज़ाकिर अली “रजनीश” की पुस्तक “हिन्दी में पटकथा लेखन” का विमोचन शाम 6.30 बजे करेंगे।
"हिन्दी में पटकथा लेखन" वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित की गयी है। पुस्तक में फिल्म एवं टेलीविजन पटकथा लेखन की बारीकियों को उदाहरण के साथ बताया गया है। 200 पृष्ठों की यह पुस्तक रू० 150.00 में उपलब्ध है, जिसे इच्छुक व्यक्ति विक्रय अधिकारी, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, महात्मा गांधी मार्ग, लखनऊ-226002, फोन 0522-2616465 से (अथवा मुझसे 099359-23334 पर) सम्पर्क करके मंगा सकते हैं।
हिन्दी संस्थान द्वारा प्रदत्त फेलोशिप के अन्तर्गत लिखी गयी यह शोध परक पुस्तक फिल्म एवं टीवी लेखन की प्रक्रियाओं से सम्बंधित है।
यदि आप लखनऊ के निवासी हैं और किताबों अथवा स्क्रिप्ट राइटिंग के शौकीन हैं, तो आप दिनांक 15 सितम्बर 2009 को मोती महल लॉन, लखनऊ में आयोजित पुस्तक मेला में शाम 6.30 बजे सादर आमंत्रित हैं। आपकी गरिमामयी उपस्थिति नाचीज़ का हौसला बढ़ाने में सहायक होगी।
साथियो, किन्ही कारणवश किताब के विमोचन की जगह बदल गयी है. नए कार्यक्रम के अनुसार अब विमोचन १४ सितम्बर, हिंदी दिवस को शाम ४.०० बजे हिंदी संस्थान, हज़रतगंज, लखनऊ द्वारा हिन्दी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में होना है.
बधाई रजनीश जी यादगार काम !
जवाब देंहटाएंwaah .... badhai ... pahunchane ki koshish karugi
जवाब देंहटाएंमुबारकवाद.
जवाब देंहटाएंजनाब बन्दा भी लखनऊ से ही है... वक़्त मिले तो मेल करियेगा सलीमएलकेओ@जीमेल.कॉम पर
जाकिर जी को बहुत बहुत बधाई !!
जवाब देंहटाएंवाह ज़ाकिर ! बहुत खुशी हुई जानकर. ईश्वर आपको हर क़दम सफलता का दे.
जवाब देंहटाएंजाकिर भाई
जवाब देंहटाएंपुस्तक विमोचन की ढेरो बधाई और शुभकामना
जाकिर भाई
जवाब देंहटाएंपुस्तक विमोचन की ढेरो बधाई और शुभकामना
....MUBAARK HO JAAKIR JI.....
जवाब देंहटाएं....MUBAARK HO JAAKIR JI.....
जवाब देंहटाएंज़ाकिर भाई को नई किताब के प्रकाशन,लोकार्पण पर हार्दिक शुभ कामना । सप्रेम,
जवाब देंहटाएंजाकिर बाबू को बधाई।
जवाब देंहटाएंजाकिर जी को हमारी ओर से भी बधाई!!!!!!
जवाब देंहटाएंलो जी किताब भर बधाई
जवाब देंहटाएंहम तो यहीं हाजिर हो गए भाई
।
zaikir ji aapko bahut bahut badhai... sach mai ye ek bari uplabdhi hai...
जवाब देंहटाएंthanks, your blog is nice too, even if i understand nothing from here ..
जवाब देंहटाएंआपकी लेखन शैली का कायल हूँ. बधाई.
जवाब देंहटाएंRajneesh ji hamhe ye pustak chaiye..... aur aapka margdarshan bhi.... bataiye kaise contact kiya jaye
जवाब देंहटाएंहमारी ओर से भी हार्दिक बधाई.
जवाब देंहटाएंcongrats
जवाब देंहटाएंआपका अवदान सराहनीय है हिन्दी लेखन के लिये । इस पुस्तक के प्रकाशन के लिये बधाई ।
जवाब देंहटाएंCongratulations
जवाब देंहटाएंबधाई !
जवाब देंहटाएंek sukhad suchna... congt
जवाब देंहटाएंवाह बहुत बढ़िया ! ज़ाकिर जी को बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंhttp://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com
badhaai ho........... aaj to pustak ka vimochan hee hai. ham tak kaise pahunchegee?
जवाब देंहटाएंभई सब ने बधाई दी हम कैसे चूक गये लो अब ले लो बधाई भई बधाई -शरद
जवाब देंहटाएंSir,
जवाब देंहटाएंMain 11-08-2012 ko Rs.150 ka M.O. Bheja par aapne vbhi tak patkatha lekhan ki pustak nahin bheji hai.kripaya shighra bhejnen ki daya karen. Aapka Mahesh Chandra Rahi,A-17,Sardar Patel Marg Amdih,Shahdol (M.P.)484771 mo.9669209322
apki book se bahot labh hua hai.patkatha likh li hai,lekin ab kaha jae pata nahi.kisise contact nahi ho raha hai.rasta batay sir. thank u.........!
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