कुछ लोग भले ही ब्लॉग को चुटकुलेबाजी का माध्यम मानते हों, पर अधिसंख्य लोग ऐसे हैं, जो पूर्ण समर्पण के साथ इसमें रमे हुए हैं। यही कारण ...
कुछ लोग भले ही ब्लॉग को चुटकुलेबाजी का माध्यम मानते हों, पर अधिसंख्य लोग ऐसे हैं, जो पूर्ण समर्पण के साथ इसमें रमे हुए हैं। यही कारण है कि अखबारों और रेडियो से होती हुई ब्लॉगर्स की धमक शोध प्रबंधों तक जा पहुंची है।
मैं बात कर रहा हूँ महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्विद्यालय, बरेली, उत्तर प्रदेश से सम्बद्ध गांधी फैज-ए-आम महाविद्यालय, शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश की, जहाँ के परास्नातक उत्तरार्द्ध, हिन्दी के छात्र जितेन्द्र प्रसाद 2008-2009 ने चतुर्थ प्रश्न पत्र के विकल्प के रूप में “बाल साहित्य का वर्तमान परिदृश्य और ज़ाकिर अली रजनीश का बाल साहित्य” विषय पर अपना लघु शोध प्रबंध प्रस्तुत किया है।
प्रसिद्ध बाल साहित्यकार और प्रवक्ता डा0 मोहम्मद अरशद खान के निर्देशन में 180 पृष्ठीय इस शोध प्रबंध में इस नाचीज़ के बाल साहित्य के साथ-साथ बच्चों की कविताओं पर आधारित मेरे ब्लॉग “बाल-मन” और वैज्ञानिक चेतना को समर्पित ब्लॉग “साइंटिफिक वर्ल्ड” तथा “साइंस ब्लॉगर्स असोसिएशन” का भी जिक्र किया है। मेरी समझ से हिन्दी ब्लॉगिंग के क्षेत्र में पहली बार किसी शोध प्रबंध में ब्लॉगों को जगह मिली है। (यदि मैं गलत होऊं, तो कृपया मेरी जानकारी को अपडेट करने का कष्ट करें।)
बधाई हो.
जवाब देंहटाएंइस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई.
जवाब देंहटाएंregards
बहुत बहुत बधाई !!
जवाब देंहटाएंज़ाकिर अली जी वाकई यह बहुत बडी उपलब्धि है। आपको हार्दिक बधाई.........
जवाब देंहटाएंआपकी इस उपलब्धि के लिये ढेरो शुभकामनाये .....और एक शुभसंकेत......
जवाब देंहटाएंबधाई हो!
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई...:)
जवाब देंहटाएंबधाई हो
जवाब देंहटाएंये हुई ना बात
जवाब देंहटाएंवाह वाह ज़ाकिर भाई बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाई.
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई !!
जवाब देंहटाएंमुबारकाँ जी,
जवाब देंहटाएंकौन सी मिठाई खिला रहे हैं। भई ईद भी आने वाली है।
मेरी कोशिश जारी है...
जवाब देंहटाएंबधाई हो!!!!!!
जवाब देंहटाएंबधाई आपको!!
जवाब देंहटाएंअच्छी खबर! आपमें माद्दा है ऐसी और उपलब्धियों को समेटने का. बहुत बधाई.
जवाब देंहटाएंअभी तो विशिष्टतः ब्लॉग्स पर शोध किये जाने का सिलसिला शुरु होने वाला है ।
जवाब देंहटाएंसब कुछ आपकी रचनाशीलता का प्रतिफलन है । बधाई ।
अच्छी खबर है और अच्छी खोज है।
जवाब देंहटाएंयह एक अच्छी बात है ज़ाकिर भाई कि एक ब्लॉगर के रूप मे यह उपलब्धि है लेकिन यह बात ध्यान मे अवश्य रखे कि मूलत: यह एक रचनाकार की उपलब्धि है । मेरी जानकारी मे उदयप्रकाश जी के ब्लोग और साहित्य की चर्चा पूर्व मे किसी शोध मे हो चुकी है यह उनसे पूछने पर ही ज्ञात होगा वे बहुत पुराने ब्लॉगर हैं उन पर पी.एच.डी तो यहीं के एक सुबोध देवांगन ने की है । अन्य कुछ साहित्यकार/ब्लॉगर् जैसे कुमार अम्बुज और भी लोग हो सकते है । खाकसार पर भी 3-4 एम.ए.एम.फिल के छात्र कुछ शोध-वोध जैसा ग्रंथ लिख चुके हैं । बहरहाल यह एक अच्छी शुरुआत है इसे उपलब्धि मानकर और बेहतर रचने के लिये प्रेरित हों यह कामना ।
जवाब देंहटाएंbahut bahut shukria.
जवाब देंहटाएंAap bhi mubarakbad qubul farmaein.
Allah aapko aur taraqqi de.
BAHOOT BAHOOT BADHAAI HO JAAKIR BHAI ... YE GARV KI BAAT HAI BLOGERS KE LIYE ...
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत मुबारक! आपको इस उपलब्धि के लिए ढेर सारी बधाइयाँ और शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंबधाई हो आपको!!अल्लाह आपको और भी कामयाबी अता फ़रमाए। आमीन।
जवाब देंहटाएंbadhaee.
जवाब देंहटाएंmain aap se sau pratishat itefak rakhta hun. Blog has every pottential to break the mud of traditional media.
latter or sooner it will be more serious with public utility. You all are doing great work . I am with you.
Ranjit
बहुत बहुत बधाई हो आपको!आपने पूरे ब्लाग जगत का मान बढाया है...
जवाब देंहटाएंआप ने नन्ही सी उम्र में जितने सम्मान हासिल किये हैं, वे आपकी मेहनत, लगन, ज्ञान को दर्शाने के लिए काफी हैं. मेरी दिली मुबारकबाद आपको. मैं भी लखनऊ में ही हूँ, कभी फुर्सत हो तो आपका दीदार हासिल हो जाये. अपना सेल नम्बर दे रहा हूँ, शायद ऐसी इच्छा आपके मन में भी हो, अगर ऐसा है तो रिंग करें..९६९६३१८२२९.
जवाब देंहटाएंBahut Badhaee jakir sahab
जवाब देंहटाएंहाल ही में एक छात्रा का उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय से हिन्दी ब्लॉगिंग पर पीएच.डी. हेतु पंजीयन हुआ है.
जवाब देंहटाएंZakir bhai ... aapko bahut bahut badhai....
जवाब देंहटाएंबधाई!
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