# अन्तर्राष्ट्रीय ब्लॉग सम्मान हेतु घोषित हुए नामांकन: फाइनल वोटिंग शुरू # विश्व की 14 भाषाओं में दिया जाने वाला बॉब्स अंतरराष्ट्र...
# अन्तर्राष्ट्रीय ब्लॉग सम्मान हेतु घोषित हुए नामांकन: फाइनल वोटिंग शुरू #
विश्व की 14 भाषाओं में दिया जाने वाला बॉब्स अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार, जिसमें हिन्दी भाषा 2013 में ही जुडी है, कुल 6 श्रणियों में प्रदान किया जाता है। पुरस्कार के प्रथम चरण के अन्तर्गत नॉमिनेशन हेतु ऑनलाइन वोटिंग का सहारा लिया गया था, जिसमें सम्पूर्ण विश्व के कुल 4200 ब्लॉग और
वेबसाइट नामांकित की गई थीं। नामांकन में प्राप्त सभी ब्लॉगों को 15 जूरी सदस्यों ने परखने के बाद विभिन्न श्रेणियों हेतु कुल 364 ब्लॉगों/वेबसाइटों को अंतिम चरण के लिए
चयनित किया है।
यह पुरस्कार 17-19 जून को डॉयचे वेले ग्लोबल मीडिया फोरम द्वारा बॉन, जर्मनी में आयोजित भव्य समारोह में प्रदान किये जाएंगे।
पुरस्कार की मुख्य श्रेणी 'हिन्दी का सर्वश्रेष्ठ ब्लॉग' हेतु जो दस ब्लॉग नामांकित हुए हैं, उनका विवरण निम्नवत है:
अन्ना हजारे (08 प्रतिशत वोट)
सर्प संसार (08 प्रतिशत वोट)
सर्प संसार (08 प्रतिशत वोट)
मैंने रिश्वत दी (00 प्रतिशत वोट)
मोहल्ला लाइव (00 प्रतिशत वोट)
औरत की हकीकत (00 प्रतिशत वोट)
आधारभूत ब्रह्माण्ड (00 प्रतिशत वोट)
चोखेर बाली (00 प्रतिशत वोट)
आपको बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि 'सर्प संसार' ब्लॉग 'हिन्दी का सर्वश्रेष्ठ ब्लॉग' श्रेणी के अतिरिक्त 'सबसे रचनात्मक' (Most Creative & Original) श्रेणी हेतु भी नामांकित हुआ है और यह इस श्रेणी में नामांकित होने वाला हिन्दी का इकलौता ब्लॉग है।
किन्तु मित्रो हिन्दी का यह प्रतिनिधि ब्लॉग अन्य भाषाओं की तुलना में पिछड़ रहा है। वर्तमान में यह विजेता की दौड़ में 12 प्रतिशत वोट के साथ तीसरे स्थान पर चल रहा है। इसलिए इस श्रेणी में आप सबके वोट और सपोर्ट की ज्यादा आवश्यकता है।
किन्तु मित्रो हिन्दी का यह प्रतिनिधि ब्लॉग अन्य भाषाओं की तुलना में पिछड़ रहा है। वर्तमान में यह विजेता की दौड़ में 12 प्रतिशत वोट के साथ तीसरे स्थान पर चल रहा है। इसलिए इस श्रेणी में आप सबके वोट और सपोर्ट की ज्यादा आवश्यकता है।
'सबसे रचनात्मक' श्रेणी का ताजा रूझान इस लिंक के द्वारा देखे जा सकते हैं।
आशा है आप अपना यह स्नेह इसी प्रकार बनाए रखेंगे और ऑनलाइन वोटिंग में 'तस्लीम' एवं 'सर्प संसार' को 'हिन्दी का सर्वश्रेष्ठ ब्लॉग' तथा 'सबसे रचनात्मक ब्लॉग' (Most Creative & Original) श्रेणी में अपना वोट देकर सकारात्मक ब्लॉगिंग को नए नई ऊंचाई तक ले जाएंगे।
वोट करने के लिए क्या करें
लॉगिन होने के बाद काले बॉक्स में बाईं ओर दी गयी श्रेणी (Category) का चुनाव कर लें। इसके अन्तर्गत 'हिंदी का सर्वश्रेष्ठ ब्लॉग' (Best Blog Hindi) अथवा 'सबसे रचनात्मक' (Most Creative & Original) का चयन करें और 'तस्लीम' तथा 'सर्प संसार' को चुन करके अपना वोट दर्ज कर दें।
मित्रों, आपसे विनम्र निवेदन है कि 'हिंदी का सर्वश्रेष्ठ ब्लॉग' (Best Blog Hindi) और 'सबसे रचनात्मक' (Most Creative & Original) दोनों ही श्रेणियों में वोट करें और अपने प्यारे ब्लॉगों (तस्लीम एवं सर्प संसार) को विजेता का मुकुट पहनाएं। हम आपके इस प्यार/आशीर्वाद के लिए हृदय से आभारी होंगे।
नोट:
कुछ मित्रों ने फोन करके बताया है कि 'फेसबुक' से लॉगिन करने के बाद साइट किसी दूसरी भाषा में खुल जाती है। ऐसा होने पर कृपया साइट के ऐड्रेस बार में अंकित पते को देखें। यदि वहां पर https://thebobs.com/hindi/ के स्थान पर कुछ और टाइप है, तो उसे https://thebobs.com/hindi/ अथवा https://thebobs.com/english/ कर लें। इससे आपको वोट की श्रेणियां पढने और और उनसे सम्बंधित वोट करने में सुविधा होगी।
Keywords: deutsche welleinternational blog award, Deutsche Welle Global Media Forum, online activism award, international blog awards, Best Blog Hindi, Most Creative & Original Blog
लीजिये हुज़ूर हम तो अपना फर्ज़ निबाह आए ... दे आए अपना वोट !
हटाएंहमारी शुभकामनायें आपके साथ है !
Shukriya Shivam Bhai.
हटाएंहम भी आज वोटिंग कर आये सर्प संसार के उज्जवल भविष्य के लिए,कल दुसरे ब्लॉग की बारी है.हमारी शुभकामनाएँ आप के साथ है.
हटाएंआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा शनिवार (6-4-2013) के चर्चा मंच पर भी है ।
हटाएंसूचनार्थ!
वंदनाजी,चर्चा के लिए हार्दिक आभार।
हटाएंसभी साईटें खुल रही हैं किन्तु लिंक नहीं खुल रही है क्या बाद में प्रयास करुं ?
हटाएंसुशील जी,आप किस लिंक की बात कर रहे हैं। इस ब्लॉग पर दिये गये सभी लिंक काम कर रहे हैं।
हटाएंHardik Congrats :d
हटाएंहार्दिक शुभकामनाएं ...मैंने अपना वोट दे दिया है,और भी लोगों को इसके लिए कहूँगा ...
हटाएंCongrats!You deserve this.
हटाएंVoted now for Taslim.
Best wishes.
स्पैम में चली गयी है दूसरी टिप्पणी..सर्प संसार को भी वोट कर दिया..आभार.
हटाएंशुक्रिया अल्पना जी। चूंकि वोटिंग 5 मई तक चलेगी और प्रत्येक व्यक्ति हर 24 घंटे के बाद वोट कर सकता है, इसलिए आपके इस स्नेह की आवश्यकता आगे भी बनी रहेगी।
हटाएंसर्प संसार को भी वोट दे दिया.
हटाएंमुझे सही लिंक मिलने में २ लिंक से हो कर जाना पड़ा.
इसलिए जिन्हें लिंक ढूंढने में दिक्कत हो रही हो वे सीधा इस लिंक पर जाएँ ..वोटिंग का पेज मिल जाएगा.
मैंने ओपन आई डी से वोट किया है..फेसबुक या ट्विटर से भी कर सकते हैं.
https://thebobs.com/hindi/category/2013/best-blog-hindi-2013/
सर्प संसार को भी वोट दे दिया.
हटाएंमुझे सही लिंक मिलने में २ लिंक से हो कर जाना पड़ा.
इसलिए जिन्हें लिंक ढूंढने में दिक्कत हो रही हो वे सीधा इस लिंक पर जाएँ ..वोटिंग का पेज मिल जाएगा.
मैंने ओपन आई डी से वोट किया है..फेसबुक या ट्विटर से भी कर सकते हैं.
https://thebobs.com/hindi/category/2013/best-blog-hindi-2013/
सर्प संसार को भी वोट दे दिया.
हटाएंमुझे सही लिंक मिलने में २ लिंक से हो कर जाना पड़ा.
इसलिए जिन्हें लिंक ढूंढने में दिक्कत हो रही हो वे सीधा इस लिंक पर जाएँ ..वोटिंग का पेज मिल जाएगा.
मैंने ओपन आई डी से वोट किया है..फेसबुक या ट्विटर से भी कर सकते हैं.
https://thebobs.com/hindi/category/2013/best-blog-hindi-2013/
शुक्रिया अल्पना जी।
हटाएंआप सबकी दुआओं से पहली श्रेणी 'हिन्दी का श्रेष्ठ ब्लॉग' में 'तस्लीम' लगभग 70 प्रतिशत वोट के साथ 01 नंबर पर है पर दूसरी श्रेणी 'सबसे रचनात्मक', जिसमें एक भाषा से एक ब्लॉग चुना गया है, उसमें हिन्दी का ब्लॉग सर्प संसार 12 प्रतिशत वोट के साथ तीसरे स्थान पर है। इस श्रेणी में ज्यादा वोट की जरूरत है।
इस श्रेणी का वोटिंग रूझान इस लिंक के द्वारा देखा जा सकता है: https://thebobs.com/english/category/2013/most-creative-original-2013/
बहुत बहुत बधाई और सांझा करने के लिए वोटिंग का तरीका समझाने के लिए शुक्रिया .
हटाएंहमारा वोट भी !
हटाएंहमारा वोट भी !
हटाएंहमारा वोट भी !
हटाएंhttp://blog.scientificworld.in/
हटाएंthis is the link given on the voting site
u are saying tasleem has been nominated
please check with them
रचना जी, इस बिन्दु की ओर ध्यान दिलाने का शुक्रिया।
हटाएंवास्तव में 'बॉब्स' की वेबसाइट में कोई गलती नहीं है। संभवत: 'तस्लीम' ब्लॉग की सेटिंग में ही कोई गडबडी हो गयी है, जिसकी वजह से scientificworld.in/ लिंक खोलने पर ब्लॉग आटोमैटिक रूप में http://blog.scientificworld.in/ पर फारवर्ड हो रहा है।
'बॉब्स' में वास्तव में 'तस्लीम' का ही लिंक लगा है, इसे कन्फर्म करने के दो तरीके हैं। पहला उस लिंक के ऊपर अपना कर्सर ले जाएं। ऐसा करने पर उसमें लगा हुआ लिंक स्क्रीन पर 'स्टार्ट' बटन के पास दिखने लगेगा। दूसरा तरीका यह है कि वेबसाइट में जहां पर 'तस्लीम' का यूआरएल लिखा है, उस पूरे मैटर को सेलेक्ट करके माउस का राइट बटन दबाएं और 'व्यू सेलेक्शन सोर्स' को क्लिक कर दें। इससे एक नई विंडो खुल जाएगी और सेलेक्ट किये गये मैटर में लगाया गया कोड लिख कर आ जाएगा।
आशा है इससे आपका भ्रम दूर जाएगा।
हां, 'तस्लीम' ब्लॉग आटोमैटिक रूप में सबाई पर फारवर्ड क्यों हो रहा है, इसे देखा जा रहा है। आशा है जल्दी ही यह कमी भी दूर कर ली जाएगी।
I have sent a email to organiser with cc to zakir pointing out the problem and making suitable correction in the link
हटाएंI really feel you should have done this before you made a post here . A wring link may mean disqualification at a latter stage and above all a wring link will mean that TASLIM may go out of race in the end
inspite of voting for it
And I am surprised that none your readers and zakir as well did not check on this and rather went ahead with various newpaper publication of being in nomination race which he has put on the blog
before giving information to newspapers the links should have been checked
anyways lets hope for the best and hope its TASLIM and not Science bloggers assocition that people are voting for
कर आये हम भी
हटाएंबहुत बधाई, आप जीत कर आईयेगा।
हटाएंशुक्रिया प्रवीण भाई।
हटाएंआपको वोट तो कर दिया क्योंकि यह आपकी तमन्ना है.किंतु यहाँ की नामाँकन सूची देखकर पुरस्कारों के मान के प्रति अधिक आश्वस्त नहीं है. यहाँ नामांकन में "हलाल-मीट" नामक ब्लॉग को आपके ब्लॉग्स की बराबरी में खडा पाया.
हटाएंबहुत बहुत बधाई!!
सुज्ञ भाई, 'सर्वश्रेष्ठ ब्लॉग' के नामांकनों में ऐसा कोई नाम मुझे नहीं दिखा। आप शायद किसी और श्रेणी की बात कर रहे हैं।
हटाएंऔर जहां तक आपकी बात है, मेरा मानना है कि 'संत' के साथ 'पापी' व्यक्ति के खड़े हो जाने से संत की गरिमा कम नहीं हो जाती। यह तो आपके ऊपर है कि आपकी दृष्टि किधर है, संत के गरिमापूर्ण कार्य-व्यवहार पर अथवा पापी के नीचता भरे कुकृत्यों पर।
और फिर यह तो प्रतिनिधित्व प्रदान करने का अवसर भी है। वेश्विक स्तर पर यह पहली बार हो रहा है कि हिन्दी के ब्लॉगों को गम्भीरता से लिया जा रहा है। इसलिए यह आप पर निर्भर है कि आप वैश्विक स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए किस ब्लॉग को देखना चाहते हैं।
यदि आपको लगता है कि वास्तव में योग्य एवं स्तरीय ब्लॉग (जिसका अन्य भाषाओं के श्रेष्ठ ब्लॉगों से भी तुलनात्मक अध्ययन भी होगा, और इसी बहाने भारत की 'गरिमा' और 'स्तरीयता' का वास्तविक मूल्यांकन भी ) को ही भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहिए, तो आपको खुलकर उसका समर्थन करना चाहिए। क्योंकि यदि आप इस विषय पर श्रेष्ठ ब्लॉग का समर्थन नहीं करते हैं, तो हो सकता है कि आपके बहुत से मित्र, जो आपकी गम्भीर बातों की कद्र करते हों वे किन्हीं और के बहकावे (दुर्भाग्यवश जिसकी कोशिशें जारी हैं) में आकर किसी ऐसे ब्लॉग को अपना वोट दे दें, जो अपने सम्पूर्ण कलेवर में न तो श्रेष्ठ जैसा दिखता हो और न ही उसकी आम ख्याति श्रेष्ठ जैसी हो।
मित्रवर, मेरे विचार में यह समय किसी गलत ब्लॉग के नामांकन में शामिल हो जाने के शोक मनाने का नहीं है। यह समय है वर्तमान में उपलब्ध विकल्पों में से 'सही' और 'श्रेष्ठ' के 'ईमानदार आकलन' का।
पता नहीं आपको इस चीज का भान है भी कि नहीं कि ऐसे समय में आप जैसे 'सजग ब्लॉगर' को विशेष रूप से सक्रिय होने की आवश्यकता है। क्योंकि ब्लॉग जगत में आज भी ऐसे ईमानदार और निरपेक्ष ब्लॉगरों की संख्या अधिक है, जो राजनीति से दूर रहते हैं समाज में 'सत्य' की 'प्रतिष्ठा' होते हुए देखना चाहते हैं (ब्लॉग जगत भी समाज का एक हिस्सा ही है)।
ऐसे ईमानदार और निरपेक्ष ब्लॉगरों के लिए आपकी ईमानदार राय एक मार्गदर्शन का काम कर सकती है, इसलिए मित्रवर किसी सूची में किसी गलत ब्लॉग के नामांकित हो जाने को लेकर शोक मनाने से अच्छा है कि उपलब्ध विकल्पों में से श्रेष्ठ और योग्य का संधान किया जाए।
आशा है आप मेरी बातों पर गम्भीरता से विचार करेंगे और आपकी ओर टकटकी लगाए देख रहे निरपेक्ष ब्लॉगरों को अपनी सजग दृष्टि से लाभान्वित करेंगे।
यह शोक नहीं है बन्धु, आपने तथ्यों का सर्वथा त्रृटिपूर्ण संधान किया है। यह गम्भीरता भरी सजग दृष्टि ही है। किसी सूची में किसी गलत ब्लॉग के नामांकित हो जाने से आपको अन्तर न पड़ता हो किन्तु हमारे जैसे तुलनात्मक अध्ययन करने वालों को पुनः समीक्षा के लिए बाध्य होना पडता है। सारी सूचियों में उपलब्ध सभी ब्लॉग को देखकर आयोजकों के श्रेष्ठता के पैमाने का एक मैप बनता है, नामांकन में उनकी दृष्टि के प्राथमिक मानक क्या है, तुलना के लिए समझना आवश्यक है।
हटाएंइसलिए यह सब सोचना, तुलना करना, सजग रहना और भी आवश्यक हो जाता है। आपकी इस बात पर विश्वास करने को जी चाहता है "हिन्दी के ब्लॉगों को गम्भीरता से लिया जा रहा है।" किन्तु अगर नामांकन का स्तर यह हो तो कैसी गम्भीरता? 'अंधेर नगरी और गंडू राजा, टके सेर भाजी और टके सेर खाजा' इस तरह संत और असंत एक स्तर पर एक ही लाईन में खडे कर दिए जाय तो असंत का तो कुछ नहीं बिगडना, किन्तु संत पर संदेह अवश्य पैदा हो जाते है।
श्रेष्ठ ब्लॉग का समर्थन तो हमारी नीति ही है। लेकिन जैसा आपने कहा, "श्रेष्ठ ब्लॉगों से तुलनात्मक अध्ययन भी होगा, और इसी बहाने भारत की 'गरिमा' और 'स्तरीयता' का वास्तविक मूल्यांकन भी" तब हमारी भी जिम्मेदारी बन जाती है हम अपना चुनाव भी यथार्थ श्रेष्ठ का करें क्योंकि आखिर यह भारत की 'गरिमा' और 'स्तरीयता' का वास्तविक मूल्यांकन है। जब ऐसा करने के लिए उपलब्ध ब्लॉग्स ही 'उस' कक्षा के होंगे तो अंधो में से काना चुनना वास्तविक गरिमा के लिए मूल्यांकन नहीं, मजबूरी होगी। ऐसी विवशता से खेदित होना शोक नहीं, सजगता है।
पुरस्कारों की प्रतिष्ठा के प्रति अधिक आश्वस्त न होने का एक कारण और भी है। हर दिन तीन तरह से लगातार एक माह तक वोट करने का अधिकार लोकतांत्रिक मूल्य नहीं है जिन मूल्यों के संरक्षण की बात यह आयोजन साईट कर रही है। (एक व्यक्ति करीबन 90 वोट) इसलिए श्रेष्ठ ब्लॉग का समर्थन करने के उपरांत भी उसकी जीत की अधिक सम्भावनाएं है जो "अपने सम्पूर्ण कलेवर में न तो श्रेष्ठ जैसा दिखता है और न ही उसकी आम ख्याति श्रेष्ठ जैसी है।" क्योंकि अंधप्रतिस्पर्धा व असीमित समय अच्छे लोगों के पास नहीं होता। परिणाम स्वरूप गंदी राजनीति और येन केन की कूटनीति हमेशा सफल होती है।
प्रिय भाई, प्रसिद्ध साहित्यकार भगवती चरण वर्मा ने अपने चर्चित उपन्यास 'चित्रलेखा' में लिखा है कि आदमी परिस्थिति का दास होता है। आशय यह कि 'बॉब्स' के बहाने हम एक प्रकार की परिस्थिति से घिरे हुए हैं और चाहकर भी इससे स्वयं को पूरी तरह से अलग नहीं कर सकते। ऐसे में दो ही रास्ते हमारे सामने हैं या तो हम उसकी मंशा/समझ पर उंगली उठा कर इससे पूरी तरह किनारा कर लें और भारतीय राजनीति की तरह चालबाज नेताओं को जीतने के लिए पूरी तरह से मैदान खुला छोड़ दें। और दूसरा रास्ता यह है कि हम उपलब्ध विकल्पों में श्रेष्ठ का चुनाव कर लें और अपनी राय के अनुसार 'समझदार' लोगों को इसके लिए प्रेरित करें।
हटाएंहालांकि आपका यह कहना भी सही है कि अंधप्रतिस्पर्धा व असीमित समय अच्छे लोगों के पास नहीं होता। परिणाम स्वरूप गंदी राजनीति और येन केन की कूटनीति हमेशा सफल होती है। लेकिन बावजूद इसके हमारे पास जितना समय है, हम उसे ही सही और श्रेष्ठ को रेखांकित करने में लगाएं, तो भी स्थितियों और विचारों पर कुछ न कुछ प्रभाव तो पडेगा ही।
सर्प-संसार को वोट कर दिया है ,दूसरा अगली बार....
हटाएंधन्यवाद डाक्टर साहब ....
आभार।
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